चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को हरियाणा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई पूरन कुमार की 'आत्महत्या' मामले' की जांच के लिए छह सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। इसके साथ ही तीन आईएएस अधिकारियों समेत 15 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। चंडीगढ़ पुलिस ने कहा कि वह 'समय सीमा के भीतर त्वरित, निष्पक्ष और गहन जांच' करेगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एसआईटी का नेतृत्व चंडीगढ़ के आईजी पुष्पेंद्र कुमार करेंगे। टीम में चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर, एसपी सिटी केएम प्रियंका, डीएसपी चरणजीत सिंह विर्क और अन्य अधिकारी गुरजीत कौर व जयवीर राणा शामिल होंगे।
इसमें कहा गया है, "मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए... मामले की त्वरित, निष्पक्ष और गहन जांच के लिए चंडीगढ़ के आईजी की देखरेख में यह एसआईटी गठित की गई है।"
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को हरियाणा के एजीडीपी वाई पूरन कुमार का गोलियों से छलनी शव चंडीगढ़ सेक्टर 11 स्थित उनके घर के बेसमेंट से बरामद हुआ था। पुलिस का दावा है कि उन्होंने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की। पूरन कुमार की पत्नी और हरियाणा की आईएएस अनमीत पी कुमार ने अपने पति पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था और डीजी समेत कई पुलिस अफसरों के खिलाफ मामला उठाया था। मृतक अफसर की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ था। इसमें जाति के आधार पर अपमान की बातें लिखी थीं। वाई पूरन कुमार का शव मिलने के 24 घंटे से भी ज्यादा समय बाद गुरुवार रात आरोपी पुलिस और अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इस लिस्ट में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी से लेकर शत्रुजीत कपूर (डीजीपी) तक के नाम शामिल हैं।