फरीदाबाद में गिरफ्तार डॉक्टर भारत में जैश-ए-मोहम्मद की महिला शाखा की प्रभारी, क्या दिल्ली विस्फोट के पीछे मसूद गुट है?

सूत्रों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद की महिला शाखा ‘जमात-उल-मोमिनात’ को भारत में फैलाने की जिम्मेदारी शाहीन शाहिद को सौंपी गई थी।

By सायनी जोआरदार, Posted by डॉ.अभिज्ञात

Nov 11, 2025 19:07 IST

नयी दिल्लीः लखनऊ की महिला चिकित्सक शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर ही चौंकाने वाली जानकारियाँ सामने आ रही हैं। करीब एक महीने पहले जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने संगठन की एक महिला ब्रिगेड की स्थापना की थी, जिसने पाकिस्तान और पड़ोसी देशों में हलचल मचा दी थी। अब इस बात के ठोस सबूत मिल रहे हैं कि यह अभियान पूरी तैयारी के साथ चलाया गया था।

सूत्रों के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद की महिला शाखा ‘जमात-उल-मोमिनात’ को भारत में फैलाने की जिम्मेदारी डॉ. शाहीन शाहिद को सौंपी गई थी। कई खुफिया सूत्रों का मानना है कि वही भारत में मोमिनात नेटवर्क की प्रमुख थी। खास सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आतंकवाद के शक में फरीदाबाद के एक अस्पताल में काम करने वाले कई डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। शाहीन भी उसी अस्पताल से जुड़ी हुई थी। उनकी कार से गन बरामद किए गए हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि फरीदाबाद मॉड्यूल पहले से ही सक्रिय था और इस पूरे नेटवर्क की मास्टरमाइंड शाहीन शाहिद थीं।

‘जमात-उल-मोमिनात’ की शीर्ष नेता मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर है। वह पाकिस्तान से इस संगठन का संचालन करती है। सादिया का पति यूसुफ अजहर कंधार हाईजैक (1999) का मुख्य साजिशकर्ता था, जिसकी मौत 7 मई को ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के दौरान हुई थी। इसलिए अब कई विशेषज्ञ इस मामले में प्रतिशोध के एंगल की भी जांच कर रहे हैं। हालाँकि, अब तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या शाहीन सादिया की उसी टीम का हिस्सा थी? सोमवार को हरियाणा के फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री के साथ उसे गिरफ्तार किया गया। वह लखनऊ के लालबाग इलाके में रहती है।

जैश के इस फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद परत दर परत रहस्य सामने आ रहे हैं। शाहीन की कार से असॉल्ट राइफल मिलने के बाद जांचकर्ताओं को और भी कई अहम सुराग मिले हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक शाहीन का संबंध हरियाणा के अल-फलाह विश्वविद्यालय से है। वह कश्मीर के डॉक्टर मूज़म्मिल गनई उर्फ़ मुसाइब के काफ़ी क़रीब थी। यह वही व्यक्ति है, जिसे करीब 3000 किलोग्राम विस्फोटक बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था। फरीदाबाद में उसके किराए के दो कमरों से 2900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त हुआ था। वह जम्मू-कश्मीर पुलिस की वांटेड सूची में शामिल है और श्रीनगर में जैश के समर्थन में पोस्टर लगाने के आरोप में भी उसका नाम है।

सूत्रों के मुताबिक 8 अक्टूबर को पाकिस्तान के बहावलपुर में मारकज़-उस्मान-ओ-अली नामक ठिकाने पर जैश की नई महिला शाखा के लिए भर्ती अभियान चलाया गया था। इसमें आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को निशाना बनाया गया। बताया जा रहा है कि बहावलपुर, कराची, मुज़फ़्फ़राबाद, कोटली, हरिपुर और मन्सेहरा की कई महिलाएँ इस भर्ती कार्यक्रम में शामिल हुईं।

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