नई दिल्ली: दिल्ली के लाल किले के पास कार बम विस्फोट मामले के अभियुक्त जसिर बिलाल उर्फ दानिश को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। अभियुक्त को कोर्ट में पेश किए जाने से पहले पटियाला हाउस कोर्ट को बम धमकी का फोन आया लेकिन बाद में यह झूठी पायी गयी।
NIA ने सोमवार को बताया था कि उसने हमले में शामिल एक और महत्वपूर्ण सहयोगी जसिर बिलाल वानी उर्फ दानिश को श्रीनगर से गिरफ्तार किया है। जसिर जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काज़ीगुंड का निवासी है। वह हमले का सक्रिय सह-साजिशकर्ता था और उसने आतंकवादी उमर उन नबी के साथ मिलकर इस हमले की योजना बनाई थी। यह हमला 10 नवम्बर की शाम लगभग 7 बजे लाल किले के पास अंजाम दिया गया।
NIA ने बयान में कहा कि उसकी जांच में खुलासा हुआ है कि जसिर ने ड्रोन में बदलाव कर और रॉकेट बनाने की कोशिश कर आतंकवादी हमलों को अंजाम देने में तकनीकी सहायता प्रदान की थी, जो 10 नवम्बर को लाल किले के पास हुए कार बम विस्फोट से पहले की गई थी। इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो गई थी और 30 से अधिक घायल हुए थे।
अधिकारियों के अनुसार, एंटी-टेरर एजेंसी की कई टीमें विभिन्न राज्यों में छापेमारी कर रही हैं और हमले में शामिल हर व्यक्ति की पहचान कर रही हैं। यह मामले में लगातार दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले रविवार को एजेंसी ने पहले कश्मीरी अभियुक्त आमिर राशिद अली को गिरफ्तार किया था, जिसने आत्मघाती हमलावर के साथ मिलकर इस हमले की साजिश रची थी। नबी उसी कार में मौजूद था, जिसमें विस्फोटक सामग्री ले जाई जा रही थी।