आत्महत्या करने वाली डॉक्टर ने हथेली पर लिखा था,'पुलिस ने 5 महीने में 4 बार किया रेप'

By अमर्त्य लाहिड़ी, Posed by डॉ.अभिज्ञात

Oct 24, 2025 19:38 IST

मुंबईः एक आत्मघाती महिला डॉक्टर की बाएं हाथ की हथेली पर सुसाइड नोट लिखा मिला है। पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडने पर उससे गंभीर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न और बलात्कार का आरोप है। गुरुवार रात की इस घटना ने महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल पुथल मचा दी है। गुरुवार की रात महाराष्ट्र के सतारा जिले के अस्पताल में एक महिला डॉक्टर की मौत हो गई। फलटन तहसील अस्पताल में वह मेडिकल ऑफिसर के रूप में कार्यरत थीं।

अपनी मृत्यु से पहले डॉक्टर ने अपनी बाईं हथेली पर पेन से लिखा 'पुलिस इंस्पेक्टर गोपाल बादने मेरी मौत का कारण है। उसने मेरे साथ चार बार बलात्कार किया। उसने पांच महीने से अधिक समय तक मेरा साथ बलात्कार किया व मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया।’ महिला डॉक्टर ने एक अन्य व्यक्ति प्रशांत बंकर पर भी मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

इससे पहले इस वर्ष 19 जून को फलटन के डीएसपी को पत्र लिख कर महिला चिकित्सक ने तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत की थी। उन्होंने अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की थी लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी।

गुरुवार की रात डॉक्टर की मृत्यु के बाद, मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के निर्देश पर गोपाल बडने समेत अभियुक्त तीन पुलिस अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई। अभियुक्त फरार बताये जा रहे हैं। इस घटना को लेकर सत्ताधारी महायुति सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है। राज्य के कांग्रेस नेता विजय नागदेव राव वादेट्टीवार ने सोशल मीडिया पर पुलिस अत्याचार की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सवाल किया कि पीड़ित महिला चिकित्सक पहले ही शिकायत कर चुकी थीं, फिर भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने अभियुक्त पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है।

दूसरी ओर, भाजपा की ओर से त्वरित कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। भाजपा विधायक चित्रा वाघ ने बताया कि उनका सतारा के पुलिस सुपरीटेंडेंट से संपर्क हुआ है। प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष दल का गठन किया गया है। सतारा जिले के एसपी तुषार दोशी ने बताया कि गोपाल बडने और बंकर के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। अभियुक्त पुलिस अधिकारी को पद से हटा दिया गया है।

महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने सतारा के पुलिस अधीक्षक को फरार अभियुक्तों को जल्दी ढूंढने और मामले की पूरी तरह से जांच करने का निर्देश दिया है। आयोग ने यह भी जानना चाहा कि पहले शिकायत के बावजूद मृत महिला को मदद क्यों नहीं मिली। पुलिस अधिकारियों के खिलाफ निष्क्रियता के आरोप की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश आयोग ने दिया है।

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