नयी दिल्लीः छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों में कुल 258 वामपंथी कट्टरपंथियों के आत्मसमर्पण के आत्मसमर्पण के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को x पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के लगातार प्रयासों के कारण नक्सलवाद 'अपनी अंतिम सांस ले रहा है'।
उन्होंने चेतावनी दी कि जो बंदूक चलाना जारी रखेगा वह हमारी सेना के रथ से मिलेगा। मैं अपील करता हूं जो अभी भी नक्सलवाद के रास्ते पर हैं, वे हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं क्योंकि हम 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने नक्सलियों आत्मसमर्पण के फैसले की प्रशंसा की और अपनी X पोस्ट में कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई का यह एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि आज छत्तीसगढ़ में 170 नक्सलियों ने और एक दिन पहले वहां 27 ने आत्मसमर्पण किया। महाराष्ट्र में भी कल 61 लोग मुख्यधारा में लौट आए। पिछले दो दिनों में 258 वामपंथी चरमपंथियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है।
शाह के दावा किया कि जनवरी 2024 में जब से छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी 2,100 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, 1,785 को गिरफ्तार किया गया और 477 को मार गिराया गया।
उन्होंने बताया कि बुधवार को महाराष्ट्र में नक्सल कमांडर मल्लोजुला वेणुगोपाल राव उर्फ भूपति उर्फ सोनू उर्फ अभय ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने गढ़चिरोली पुलिस मुख्यालय में आत्मसमर्पण किया। भूपति के साथ लगभग 60 नक्सलियों ने भी हथियार डाल दिए। यह राज्य के इतिहास में सबसे बड़े आत्मसमर्पणों में से एक है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में धीरे-धीरे गिरावट को रेखांकित करते हुए शाह ने कहा कि सबसे अधिक प्रभावित जिलों की संख्या छह से घटकर तीन हो गई है, जबकि प्रभावित जिलों की कुल संख्या 18 से घटकर 11 रह गई है।