आ रहा है एलएलएम, भारत के हाथ में होगा ब्रिटेन का घातक हथियार

भारत और यूके के बीच भारी मात्रा में हथियार समझौते की घोषणा की गई है। समझौते की राशि 468 मिलियन डॉलर यानी भारतीय मुद्रा में 4 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक है।

By अभिरूप दत्त, Posted by डॉ.अभिज्ञात

Oct 10, 2025 07:31 IST

नयी दिल्लीःभारत आये ब्रिटिश प्रधानमंत्री कियर स्टार्मर की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के साथ ही भारत और यूके के बीच भारी मात्रा में हथियार समझौते की घोषणा की गई। समझौते की राशि 468 मिलियन डॉलर यानी भारतीय मुद्रा में 4 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक है।

इसके परिणामस्वरूप भारतीय सेना के हाथ में ब्रिटेन में निर्मित अत्याधुनिक मिसाइलों का भंडार आएगा। इस समझौते के माध्यम से भारत ब्रिटेन की एक कंपनी द्वारा निर्मित लाइटवेट मल्टीरोल मिसाइल खरीदेगा। गुरुवार को ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इस समझौते की घोषणा की है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री 2 दिन के भारत दौरे पर आए हैं। उनके साथ निवेश की तलाश में कई व्यवसायी भी भारत आए हैं। अपनी यात्रा के दूसरे दिन उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की।

भारतीय सेना को ब्रिटेन के बेलफास्ट की थालेस एयर डिफेंस द्वारा निर्मित लाइटवेट मल्टीरोल मिसाइल मिलेगी। ये मिसाइलें हवाई रक्षा या एयर डिफेंस के काम में इस्तेमाल होती हैं। जमीन से हवा या हवा से हवा में यह मिसाइल काम करती है। यह कंपनी यूक्रेन में भी ये मिसाइल निर्यात कर रही है। भारत और यूके के बीच सुरक्षा क्षेत्र में और कई समझौतों का काम चल रहा है, विशेषज्ञ उसी क्रम में यह बड़ा कदम मान रहे हैं।

एलएमएम या लाइटवेट मल्टीरोल मिसाइल मार्टलेट नाम से प्रसिद्ध है। हल्के वजन की हवा से सतह तक, हवा से हवा तक और सतह से हवा तक वार करने में सक्षम मिसाइल के काम में इस्तेमाल होती हैं। एलएलएम ब्रिटिश रॉयल नेवी के लिए पहले इस्तेमाल हुई थी।

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