सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित रेड सी इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल में अभिनेत्री आलिया भट्ट को गोल्डन ग्लोब्स होराइज़न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इस मौके पर उनके अब तक के शानदार फ़िल्मी सफ़र पर आधारित विशेष रेट्रोस्पेक्टिव भी प्रस्तुत किया गया।
गोल्डन ग्लोब्स की अध्यक्ष हेलेन होह्ने ने इंस्टाग्राम पर इसकी पुष्टि करते हुए लिखा, 'आलिया भट्ट को बधाई, इस वर्ष की गोल्डन ग्लोब्स होराइज़न अवॉर्ड सम्मानित एक असाधारण प्रतिभा, जिनका वैश्विक प्रभाव मध्य पूर्व, एशिया और उससे आगे की बढ़ती रचनात्मक ऊर्जा को दर्शाता है।’
आलिया भट्ट और ट्यूनीशियाई अभिनेत्री हेंड साबरी को इस वर्ष फ़िल्म और टेलीविज़न में उनके प्रभाव के लिए सम्मानित किया गया। इस सम्मान के बारे में बात आलिया ने कहा कि यह उभरते कलाकारों और सिनेमा की महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है।
आलिया ने गोल्डन ग्लोब्स की आधिकारिक वेबसाइट पर उद्धृत बयान में कहा, 'गोल्डन ग्लोब्स द्वारा मान्यता मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है और मैं आभारी हूँ कि मुझे दुनिया भर में फ़िल्म और टेलीविज़न में बदलाव ला रही नई पीढ़ी की उभरती प्रतिभाओं और महिलाओं की आवाज़ बनने का अवसर मिला। ऐसे समय में जब वैश्विक आवाज़ें एक साथ आकर अधिक समावेशी और प्रभावशाली कहानियाँ सुना रही हैं, यह सम्मान विशेष रूप से अर्थपूर्ण लगता है। गोल्डन ग्लोब्स वैश्विक पुरस्कार जगत का एक प्रतिष्ठित हिस्सा है और मैं इसका हिस्सा बनकर बेहद प्रसन्न हूँ। आगे भी मैं सशक्त और योग्य महिलाओं की कहानियाँ बताने के लिए प्रतिबद्ध हूँ।
फ़ेस्टिवल के दौरान आलिया ने अपनी बहुप्रतीक्षित आगामी फ़िल्म ‘अल्फ़ा’ के बारे में भी बात की और उसे महिला-प्रधान एक्शन कथा होने के कारण एक रिस्क बताया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अल्फ़ा YRF यूनिवर्स की पहली महिला-प्रधान एक्शन फ़िल्म है। यह एक जोखिम है क्योंकि ऐतिहासिक रूप से आपने ऐसी फ़िल्मों को पुरुष-प्रधान फ़िल्मों की तरह प्रदर्शन करते नहीं देखा है।
‘अल्फ़ा’, यश राज फ़िल्म्स यूनिवर्स की सातवीं फ़िल्म है, जिसमें आलिया भट्ट, शरवरी और बॉबी देओल मुख्य भूमिकाओं में हैं। यश राज फ़िल्म्स के बैनर तले बनी यह फ़िल्म 17 अप्रैल 2026 को रिलीज़ होने वाली है और भारत में महिला-प्रधान एक्शन सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होने की उम्मीद है।