अभिनेता और समाजसेवी सोनू सूद ने भारत में बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इस पर जोर देते हुए कि बच्चों को असली बचपन और मजबूत पारिवारिक रिश्तों की जरूरत है।
अभिनेता ने एक्स (X) पर लिखा कि ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर बैन लगा दिया है और भारत को भी इस पर विचार करने का समय आ गया है। हमारे बच्चों को असली बचपन, मजबूत पारिवारिक रिश्ते और स्क्रीन की लत से आज़ादी मिलनी चाहिए। हमारी सरकार ने देश के भविष्य के लिए अद्भुत कदम उठाए हैं और यह कदम एक और मजबूत उदाहरण बन सकता है।
सोनू की इस पोस्ट ने तुरंत ही सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी। कई लोगों ने अपने विचार साझा किए। एक यूजर ने लिखा कि सोनू सूद ने एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है। बच्चों को कम उम्र में सोशल मीडिया से दूर रखना उनके मानसिक स्वास्थ्य और वास्तविक जीवन के संबंधों के लिए बेहद ज़रूरी है। भारत को भी बच्चों की भलाई को प्राथमिकता देनी चाहिए।
एक अन्य यूजर ने कहा कि सोशल मीडिया अन्य तकनीकों की तरह एक बेहतरीन सीखने का साधन भी हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम इसका उपयोग कैसे करते हैं और इसी में हमें बच्चों का मार्गदर्शन करना चाहिए।
बुधवार को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने घोषणा की कि 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर सोशल मीडिया प्रतिबंध लागू हो गया है जिससे ऑस्ट्रेलिया इस कदम को आज़माने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के प्रभाव से जूझ रहे बच्चों और माता-पिता के लिए यह कदम मन की शांति लाएगा और बच्चों को असली बचपन जीने देगा।
यह निर्णय तब आया है जब ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने 28 नवंबर 2024 को ऑनलाइन सेफ्टी अमेंडमेंट (सोशल मीडिया मिनिमम एज) बिल 2024 पारित किया। यह कानून कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर खातों के लिए न्यूनतम आयु 16 वर्ष अनिवार्य करता है और माता-पिता भी 16 साल से कम बच्चों के लिए सहमति नहीं दे सकते।