मशहूर क्विज़ शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) के मंच पर हाल ही में प्रसारित एक एपिसोड ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। इस कार्यक्रम में गुजरात के गांधीनगर का निवासी पांचवीं कक्षा का छात्र ईशित प्रतियोगी के रूप में शामिल हुआ था। अपने आत्मविश्वास से भरपूर व्यवहार के बावजूद ईशित अब नकारात्मक कारणों से चर्चा का केंद्र बन गया है।
शो के आरम्भ में जब मेज़बान अमिताभ बच्चन प्रतियोगिता के नियम समझा रहे थे, तब ईशित ने बीच में उन्हें टोकते हुए कहा, 'नियम बताने की ज़रूरत नहीं, मुझे सब पता है।’ इस टिप्पणी से अमिताभ बच्चन असहज हो गये और दर्शकों को भी उसके अंदाज ने चौंका दिया।
अमिताभ ने उसके टोकने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मैं नहीं जानता कि आजकल के बच्चे किस तरह बात करते हैं। हम तो ऐसा सोच भी नहीं सकते थे।’ साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले भी उन्हें इस मंच पर ऐसे अनुभव हुए हैं। कुछ दिन पहले ‘केबीसी जूनियर’ में देहरादून की प्रतिभागी एंजेल नाथानी ने मंच पर अपनी पसंद-नापसंद, मां के नियमों और फास्ट फूड प्रेम पर खुलकर जो बातें कहीं उसने अमिताभ को आश्चर्यचकित कर दिया था। अमिताभ ने उसकी बातों की सराहना की थी, मगर यह सवाल उनके मन में तब भी था कि आज की पीढ़ी की संवाद शैली बदल चुकी है।
शो में अंततः ईशित कोई राशि नहीं जीत सका और उसे खाली हाथ लौटना पड़ा। सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां कुछ दर्शक ईशित के आत्मविश्वास की सराहना की, वहीं अधिकांश ने इसे अहंकार से भरा और असभ्य व्यवहार माना है। कई यूज़र्स ने यहां तक कहा कि यह मामला आत्मविश्वास का नहीं बल्कि सही मार्गदर्शन की कमी का है। कुछ ने ईशित के माता-पिता के पालन-पोषण पर भी सवाल खड़े किये हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों में आत्मविश्वास होना अच्छा है, लेकिन उन्हें यह भी सिखाना ज़रूरी है कि सार्वजनिक मंच पर कैसे व्यवहार किया जाए। आत्मविश्वास और विनम्रता के बीच संतुलन आवश्यक है।