राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री रानी मुखर्जी इन दिनों फिल्म 'मर्दानी 3' की शूटिंग में व्यस्त हैं। फिल्मों की इस सीरिज में वह एसीपी शिवानी शिवाजी रॉय के किरदार में अपराधियों की धुलाई करती नजर आती हैं। लगभग एक सप्ताह पहले ही मेकर्स ने फिल्म का पोस्टर जारी किया है। अब अपनी फिल्म की शूटिंग को छोड़कर रानी मुखर्जी ने कुछ ऐसा किया है, जिसकी सभी तारीफ करते दिख रहे हैं।
दरअसल, रानी मुखर्जी ने बढ़ते साइबर अपराध के खिलाफ अपनी आवाज उठायी है। फिल्म की शूटिंग से कुछ समय का ब्रेक लेकर रानी राज्य पुलिस मुख्यालय में आयोजित 'साइबर अवेयरनेस मंथ 2025' के उद्घाटन समारोह में पहुंची। इस दौरान उनके साथ एक्टर अक्षय कुमार भी मौजूद थे।
दोनों ने पुलिस बल के अथक प्रयासों की प्रशंसा की लेकिन बच्चों और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते साइबर अपराधों पर अपनी गहरी चिंता भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों के खिलाफ समाज में जागरूकता जगाने की जरूरत है।
कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए रानी मुखर्जी ने कहा कि इस कार्यक्रम के उद्घाटन में हिस्सा लेकर मैं खुद को सम्मानित महसूस कर रही हूं। आज मैं 'मर्दानी 3' की शूटिंग से सीधे यहां आयी हूं। सब कुछ एक सपने जैसा लग रहा है। मैंने अपनी फिल्मों के माध्यम से कई बार ऐसी महिलाओं के किरदार निभाए हैं, जो अन्याय के खिलाफ लड़ती और कमजोरों की रक्षा करती है। महाराष्ट्र पुलिस की यह पहल वास्तव में प्रशंसनीय है।
रानी ने आगे कहा कि आज के समय में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ चुपचाप तरीके से साइबर अपराध बढ़ता जा रहा है। एक महिला और मां के तौर पर मैं जानती हूं कि जागरूकता कितनी जरूरी है। जब परिवार जानता है कि कैसे सुरक्षित रहना है और कहां मदद मांगनी है, तभी वास्तविक सुरक्षा शुरू होती है। इसके साथ ही उन्होंने डीजीपी रश्मि शुक्ला व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस पहल की शुरुआत के लिए धन्यवाद दिया।
डायल 1930 और डायल 1945 हेल्पलाइन नंबर नागरिकों के लिए वरदान हैं। एक महिला, एक मां और एक नागरिक के रूप में मैं मानती हूं कि यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि कोई बच्चा घुटघुट कर न रोए, कोई महिला असुरक्षित महसूस न करे और कोई परिवार साइबर अपराध से जुझते हुए अपनी मानसिक शांति न खोए।
आखिर में रानी मुखर्जी ने अनुरोध करते हुए कहा, 'सतर्क रहें, आवाज उठाएं और एक साथ लड़ें - एक सुरक्षित डिजिटल दुनिया के लिए।'