मुंबईः कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से एक पल में जैसे आवाज बदली जा सकती है। वैसे ही कभी चेहरा बदलकर लोगों को आश्चर्यचकित किया जा रहा है। चाहे कितना ही प्रसिद्ध व्यक्ति क्यों न हो किसी को ऐसा करने की छूट नहीं है। इस सूची में जिनके साथ ऐसा किया जा रहा है उसमें अब आशा भोंसले भी शामिल हो गई हैं। कथित तौर पर उनकी आवाज चुराई जा रही है। इसलिए अब गायिका को मजबूरन बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। उच्च न्यायालय के निर्देश पर आशा भोंसले को अस्थायी राहत मिली है।
बिना अनुमति के किसी का नाम, आवाज, तस्वीर का उपयोग या प्रचार करना कानूनी रूप से अपराध है। किसी भी तरह से व्यक्तिगत संपत्ति का अनुमति के बिना उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। आशा भोंसले के वकील अंकित लोहिया ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। गायिका का आरोप है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता के माध्यम से उनकी आवाज को विकृत किया जा रहा है और विभिन्न जगहों पर बिना अनुमति के बेधड़क इस्तेमाल किया जा रहा है।
इससे पहले अरिजीत सिंह के साथ भी ऐसी ही घटना घटी थी। आवाज और गायक की शैली की नकल करने का आरोप लगा था। अरिजीत के प्रशंसकों ने भी बिना अनुमति के आवाज की नकल करने के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की थी।
मालूम हो कि एक अमेरिकी AI प्लेटफॉर्म, कुछ ई-कॉमर्स साइटों और अन कई जगहों पर आशा भोंसले की आवाज के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है। बिना किसी अनुमति के आवाज और उनकी तस्वीरों का भी उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कई बड़ी कंपनियों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई थी।