लोकसभा में विपक्षी दल के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि वोटर सूची का विशेष गहन संशोधन (SIR) असल में ‘वोट चोरी’ को दबाने की कोशिश है।
राहुल गांधी ने भाजपा के खिलाफ निर्वाचन आयोग के साथ मिलकर वोट चोरी के आरोप लगाए और बिहार में हाल ही में हुए SIR की भी तीखी आलोचना की।
राहुल गांधी का आरोप
उनका दावा है कि SIR के जरिए वैध वोटरों को हटाकर अवैध वोट डालने वालों को शामिल किया जा रहा है ताकि भाजपा की जीत सुनिश्चित हो सके।
शनिवार को मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी में कांग्रेस के एक प्रशिक्षण शिविर में राहुल ने कहा: “वोट चोरी महत्वपूर्ण मुद्दा है और अब SIR लाई गई है वोट चोरी को दबाने के लिए।”
अन्य राज्यों में प्रक्रिया
बिहार के बाद, नौ अन्य राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में चुनाव आयोग ने SIR प्रक्रिया शुरू कर दी है।
राहुल ने कहा: “हरियाणा में वोट चोरी के प्रमाण मैंने दिए हैं। वहां 25 लाख वोट में हेरफेर हुई। मेरा मानना है कि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी वोट चोरी हुई। यह भाजपा और चुनाव आयोग की योजना है। हमारे पास और भी सबूत हैं जिन्हें हम धीरे-धीरे सामने लाएंगे। जो सामने आया है, वह केवल हिमशैल का शीर्ष है।”
लोकतंत्र पर प्रभाव
राहुल ने आरोप लगाया कि “मोदी जी, शाह जी और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश जी मिलकर जॉइंट पार्टनरशिप में वोटिंग में हेरफेर कर रहे हैं। इससे लोकतंत्र ध्वस्त हो रहा है, संविधान प्रभावित हो रहा है और भारत माता को नुकसान हो रहा है।”
अमित शाह का पलटवार
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार की सभा से पलटकर कहा कि राहुल SIR का विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि अवैध रूप से दर्ज किए गए नाम वोटर सूची से हट रहे हैं।