बिहार विधानसभा चुनाव का पूर्ण परिणाम अभी सामने नहीं आया है। लेकिन प्रवृत्ति यही बता रही है कि NDA 200 से अधिक सीटों पर भारी अंतर से आगे है। महागठबंधन की भयंकर हार स्पष्ट होते ही INDIA गठबंधन के अंदर कांग्रेस को कोने में खड़ा कर दिया गया है। अंतिम जानकारी तक RJD और कांग्रेस का महागठबंधन केवल 34 सीटों पर आगे है। इसमें 61 सीटों पर मुकाबला कर रही कांग्रेस केवल 6 सीटों पर ही आगे है।
इस आपदा के बाद विपक्षी गठबंधन INDIA के एक और सदस्य, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कांग्रेस की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस को सलाह दी कि अगर BJP को हराना है तो BJP की तरह काम करना होगा। सात दिन, 24 घंटे मेहनत करनी होगी, एसी कार्यालय में बैठकर काम नहीं चलेगा।
समाचार एजेंसी PTI को दिए एक साक्षात्कार में आनंद दुबे ने कहा, “कांग्रेस को भी इसी तरह काम करना होगा। एसी ऑफिस में बैठकर काम नहीं चलेगा, उन्हें सड़कों पर उतरकर जनता के लिए काम करना होगा। तभी बदलाव आएगा।”
चुनाव से पहले सरकार बनाने को लेकर महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव आत्मविश्वासी थे। ऐतिहासिक 66.91 प्रतिशत वोट पड़ने के बावजूद उन्होंने दावा किया था कि लोग बदलाव चाहते हैं और इस कारण इतनी बड़ी संख्या में वोट पड़े। लेकिन इस दिन मतगणना के लगभग शुरू होते ही स्पष्ट हो गया कि बिहार की जनता नीतिश कुमार को अगले पांच साल के लिए चाहती है। नीतिश कुमार के नेतृत्व में NDA की इस बड़ी जीत ने विपक्षियों की रणनीति और तैयारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।