दो चरणों में हो रही बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार अभियान थम गया है। 11 नवंबर को दूसरे चरण के चुनाव के बाद 14 नवंबर को सभी पार्टियों की किस्मत का फैसला होगा। सभी पार्टियों ने अंतिम चरण के चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जनता से किए गए वादे, विकास कार्यों को याद दिलाना, वादें जो पूरे न किए गए हो और राजनीतिक पार्टियों का एक-दूसरे पर कटाक्ष।
पिछले कुछ समय में बिहार की जनता ने यह सब कुछ देखा और सुना है। अब बारी है फैसले की। वोटरों को लुभाने और चुनाव प्रचार के लिए राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तरफ के खर्च भी कम नहीं किया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टियों ने हेलीकॉप्टर का किराया चुकाने में करोड़ों रूपए खर्च कर दिए हैं।
News24 की मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान बिहार में हर रोज लगभग 23 हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी है। बात अगर पार्टियों की करें तो दावा किया जा रहा है कि सबसे ज्यादा हेलीकॉप्टर भाजपा ने किराए पर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में 16 अक्तूबर से 7 नवंबर के बीच के आंकड़े बताए गए हैं।
चलिए एक नजर डाल लेते हैं आंकड़ों पर -
40 स्टार प्रचारकों ने किया प्रचार
जानकारी के अनुसार भाजपा के कुल 40 स्टार प्रचारक रहे हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, जे. पी. नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, योगी आदित्यनाथ, हेमंत बिस्वा सरमा, देवेंद्र फडणवीस, मोहन यादव आदि शामिल थे। बताया जाता है कि चुनाव प्रचार अभियानों के लिए भाजपा ने 12 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया था। वहीं एनडीए ने 14 हेलीकॉप्टर से चुनाव प्रचार किया।
राजद ने 2 हेलीकॉप्टर में भरी उड़ान
मिली जानकारी के अनुसार राजद (RJD) ने दो हेलीकॉप्टर किराए पर लिए थे। बताया जाता है कि इनमें से एक हेलीकॉप्टर से तेजस्वी यादव ने एक दिन में 10 से ज्यादा सभाओं के लिए उड़ान भरी थी। वहीं पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता दूसरे हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक जनशक्ति जनता दल पार्टी के नेता तेज प्रताप यादव ने अपने लिए एक अलग हेलीकॉप्टर मंगाया था।
कितना चुकाया गया किराया?
मिली जानकारी के अनुसार एक हेलीकॉप्टर का एक दिन का किराया औसतन ₹10 से ₹12 लाख हुए बताया जाता है। डबल इंजन वाली हेलीकॉप्टर होने पर किराया इससे ज्यादा भी हो सकता है। दावा किया जाता है कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए कर रहे हैं, उसका किराया प्रति माह ₹2 करोड़ होता है। इस हिसाब से अगर 16 अक्तूबर से 7 नवंबर के बीच सभी पार्टियों की हेलीकॉप्टर का किराया जोड़ लिया जाए तो वह ₹40 - ₹42 करोड़ का आंकड़ा छू लेगी।