पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों की सरगर्मियों के बीच राज्य में एक बेहद नाटकीय घटनाक्रम सामने आया है जिसकी खूब चर्चा हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व प्रत्याशी मदन शाह रविवार सार्वजनिक रूप से फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने दावा किया कि उन्हें आगामी 2025 बिहार विधानसभा चुनावों के लिए राजद ने टिकट देने का वादा किया गया था, लेकिन अब उनसे टिकट के बदले 2.7 करोड़ रुपये मांगे गये और जब उन्होंने यह रकम देने से इनकार कर दिया तो टिकट किसी और को दे दिया गया।
एएनआई से बात करते हुए शाह बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर बरस पड़े और उन पर निशाना साधते हुए उन्हें बेहद घमंडी व्यक्ति करार दिया। शाह केवल आरोप तक सीमित नहीं रहे बल्कि उन्होंने सरेआम तमाशा खड़ा कर दिया। उन्हें पटना स्थित लालू प्रसाद यादव के आवास पर उनकी कार का पीछा करते हुए देखा गया। उसके बाद वे जमीन पर लेटकर अपने कपड़े फाड़ते और रोते नजर आए।
शाह ने कहा कि राजद वाला खेमा सरकार नहीं बना पायेगा। तेजस्वी बहुत घमंडी हैं और किसी से मिलते नहीं हैं। ये लोग टिकट बांट नहीं बेच रहे हैं। यह सब संजय यादव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2.7 करोड़ दो तभी आपको टिकट मिलेगा। मैंने उनसे दुहाई दी कि मैं राजद में ही जीने-मरने आया हूं। लालू मेरे गुरु हैं। उन्होंने मेरी एक न सुनी और संतोष कुशवाहा को टिकट दे दिया जबकि कुशवाहा बीजेपी का एजेंट है।
शाह ने दावा किया कि लालू और तेजस्वी यादव दोनों ने उन्हें टिकट देने का वादा किया था लेकिन अब उनकी पार्टी मुकर गयी। उन्होंने कह कि 2020 में लालू जी ने मुझे रांची बुलाया था और तेली समाज की जनसंख्या को लेकर सर्वे करवाया था। तेजस्वी और लालू ने मुझे बुलाया और कहा था कि आपको टिकट देंगे। मैं 90 के दशक से पार्टी के लिए काम कर रहा हूं लेकिन मैं गरीब आदमी हूं।