राहुल गांधी ने वादा किया था। इसलिए वे बड़ी उम्मीदों के साथ दिल्ली गए। वहां चार दिन तक इंतजार किया लेकिन राहुल से उनकी मुलाकात नहीं हुई। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को सारे दस्तावेज भी सौंप दिए थे। राहुल गांधी ने अपना वादा नहीं निभाया। उनकी उम्मीदें पूरी नहीं हुईं। कांग्रेस ने उन्हें आगामी बिहार चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया। इसलिए 'माउंटेन मैन' के नाम से मशहूर दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी निराश हैं।
भगीरथ ने समाचार एजेंसी एएनआई से अपनी निराशा नहीं छिपाई। उन्होंने कहा कि मैंने राहुल गांधी से टिकट मांगा था। उन्होंने कहा था कि वे मुझे टिकट देंगे। मुझे टिकट मिलने की उम्मीद थी। सभी को टिकट दिए गए लेकिन मुझे टिकट नहीं मिला।
बिहार के गया जिले के गहलौर गांव के निवासी दशरथ मांझी ने अकेले ही पहाड़ को चीरकर 110 मीटर लंबी, 9.1 मीटर चौड़ी और 7.7 मीटर गहरी सड़क बना डाली थी। उन्होंने 22 साल तक सिर्फ हथौड़े और छेनी से पहाड़ तराशने का काम किया। नतीजतन गया जिले के अत्री और उजीरगंज ब्लॉक के बीच की दूरी 55 किलोमीटर से घटकर 15 किलोमीटर रह गई।
2007 में 17 अगस्त को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में उनका निधन हो गया।
दशरथ मांझी की पुण्यतिथि पर राहुल गांधी उन्हें श्रद्धांजलि देने उनके गांव गेहलूर गए। वहां राहुल ने कहा कि दशरथ मांझी का दृढ़ संकल्प और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का जुनून सभी को प्रेरित करता है।
बहरहाल कांग्रेस, राजद, भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) और विकासशील इंसान पार्टी का महागठबंधन चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए संघर्ष करता दिख रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे में चुनाव में इन पार्टियों की संभावनाएं धीरे-धीरे कम होती जा रही हैं।