बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को बेगूसराय के बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में “डबल इंजन की नहीं, सिंगल इंजन की सरकार” चल रही है क्योंकि “सब कुछ दिल्ली से नियंत्रित किया जा रहा है।” प्रियंका गांधी ने मतदाता सूची की समीक्षा प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए भाजपा पर वोटरों के नाम हटाने का आरोप लगाया और कहा कि “यह लोगों के अधिकारों का हनन है।”
“पलायन, महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त बिहार”
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि बिहार के लोग आज भी पलायन का दर्द झेल रहे हैं। उन्होंने कहा, “लोग अपने लहलहाते खेत और जमीन छोड़कर बाहर जाने को मजबूर हैं। महंगाई इतनी बढ़ गई है कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। सरकार सिर्फ़ टैक्स बढ़ाने में लगी है।” प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाओं की स्थिति भी लगातार बिगड़ती जा रही है और डबल इंजन सरकार में “किसी की सुनवाई नहीं हो रही है।”
“देश की संपत्ति बेच दी, रोजगार खत्म कर दिए”
रैली में प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश की संपत्ति निजी हाथों में सौंप दी है। “सरकार ने देश की वो संपत्ति जो लोगों को रोजगार देती थी, अपने दो दोस्तों को दे दी। अब सब कुछ निजीकरण और ठेकेदारी पर चल रहा है।” उन्होंने सवाल उठाया, “20 साल से सरकार चला रहे हैं, अब कह रहे हैं कि डेढ़ करोड़ रोजगार देंगे। तो 20 साल में क्यों नहीं दिए?” प्रियंका ने कहा कि सरकार ने छोटे-छोटे व्यवसाय और स्थानीय रोजगार के साधन खत्म कर दिए हैं।“जिस पर आपका हक था, वो सब सरकार ने अपने दोस्तों को बेच दिया है।”
“बिहार की महान धरती, लेकिन विकास अब भी अधूरा”
कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार की धरती ने देश को बहुत कुछ दिया । “इस मिट्टी ने भारत को आज़ादी दी, तरक्की दी, महान नेता, लेखक और कवि दिए लेकिन आज सवाल उठता है कि इतनी महान धरती का विकास क्यों नहीं हो पा रहा है?” उन्होंने जनता से अपील की कि “बदलाव की दिशा में सोच-समझकर वोट डालें।”
भाजपा पर सीधा हमला: “अब वोट चुराने की कोशिश”
प्रियंका गांधी ने भाजपा पर मतदाता सूची से नाम हटाने का आरोप दोहराया और कहा, “पहले उन्होंने लोगों को बांटा, फिर आपस में लड़ाया, लेकिन जब जनता का ध्यान असली मुद्दों से नहीं हटा सके, तो अब वोट चुराने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने एनडीए नेताओं पर तंज कसते हुए कहा,“जब शीर्ष राजग नेता यहां आते हैं तो वे या तो 20 साल आगे की बातें करते हैं, या फिर बीते जमाने की। नेहरू जी और इंदिरा जी की आलोचना करते हैं लेकिन बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों पर चुप रहते हैं।”
कांग्रेस की रणनीति और बिहार की सियासत
प्रियंका गांधी की यह रैली कांग्रेस के लिए राजनीतिक पुनर्जीवन की कोशिश मानी जा रही है। बिहार में महागठबंधन की स्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ, प्रियंका के बयान एनडीए की डबल इंजन सरकार के नैरेटिव को चुनौती देने की दिशा में हैं। “सिंगल इंजन सरकार” जैसा बयान एक राजनीतिक प्रतीक बन सकता है। खासकर तब जब बेरोजगारी, पलायन और महंगाई जैसे मुद्दे सीधे जनता के जीवन से जुड़े हैं।