बिहार चुनाव के पहले चरण के लिए आज 4 नवंबर को प्रचार का शोर थम जाएगा। प्रचार-प्रसार के अंतिम दिन सभी दलों के स्टार प्रचारक चुनावी मैदान में उतरेंगे और वोटरों को लुभाने की कोशिश करेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के प्रचार-प्रसार का आज आखिरी दिन है। आज मंगलवार को शाम पांच बजे प्रचार का शोर थम जाएगा। इसके बाद प्रत्याशियों के पास स्थानीय समर्थकों के साथ मात्र कुछ घंटे का समय घर-घर जाकर मतदाताओं के मनुहार का समय शेष रहेगा। पहले चरण के प्रचार का अंतिम दिन है, ऐसे में एनडीए और महागठबंधन के नेता आज कई जिलों में जनसभाएं करेंगे।अपने पक्ष में वोट देने की जनता से अपील करेंगे।
बिहार चुनाव के पहले चरण में 18 जिलों में वोट डाले जाएंगे। 3.75 करोड़ से अधिक मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे। पहले चरण में 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसके साथ ही उम्मीदवारों के पास मतदाताओं तक घर-घर जाकर पहुंचने के लिए सीमित समय बचेगा। पहले चरण में 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होगा।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, इन 121 सीटों में से 102 सामान्य और 19 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस चरण में कुल 3 करोड़ 75 लाख 13 हजार 302 मतदाता वोट डालेंगे। इनमें 1 करोड़ 98 लाख 35 हजार 325 पुरुष, 1 करोड़ 76 लाख 77 हजार 219 महिला और 758 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।
1314 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में होगी कैद
पहले चरण में 1,314 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें 1,192 पुरुष और 122 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। सभी दलों ने प्रचार के अंतिम दिन पूरी ताकत झोंक दी है। महागठबंधन और एनडीए दोनों ही गठबंधनों के बड़े नेताओं ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए चुनावी सभाओं की झड़ी लगा दी है।
राहुल, तेजस्वी और राजनाथ आज करेंगे रैलियां
प्रचार के आखिरी दिन महागठबंधन की ओर से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव कई जिलों में जनसभाएं करेंगे। तेजस्वी यादव सहरसा जिले में तीन रैलियां करेंगे जिनमें वे शिक्षा, रोजगार, किसानों की समस्याएं और महंगाई जैसे मुद्दे उठाएंगे। वहीं, एनडीए की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सिमरी बख्तियारपुर में लोजपा उम्मीदवार संजय कुमार सिंह के पक्ष में जनसभा को संबोधित करेंगे।
45,341 मतदान केंद्र बनाए गए
पहले चरण के मतदान के लिए राज्य भर में 45,341 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें 45,324 मुख्य बूथ, और 17 सहायक बूथ शामिल हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 36,733 और शहरी इलाकों में 8,608 बूथ बनाए गए हैं। महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 926 बूथों का संचालन पूरी तरह महिला कर्मियों द्वारा जबकि 107 बूथों का संचालन दिव्यांगजन करेंगे। साथ ही 320 मॉडल बूथ विशेष सुविधाओं से लैस किए गए हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से निगरानी
शांतिपूर्ण मतदान को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। निर्वाचन आयोग ने इस चरण में 121 सामान्य, 18 पुलिस और 33 व्यय पर्यवेक्षक तैनात किए हैं। भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा की दृष्टि से सभी सभा स्थलों और संवेदनशील मतदान केंद्रों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। मतदान केंद्रों की गतिविधियों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी।
11 नवंबर को दूसरा चरण, 14 को आएगा नतीजा
पहले चरण के बाद दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा जिसमें 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग की जाएगी। पूरा चुनावी परिणाम 14 नवंबर को घोषित किया जाएगा। पहले चरण का नतीजा न केवल प्रत्याशियों बल्कि दोनों प्रमुख गठबंधनों के भविष्य की रणनीति तय करेगा।