समाचार एई समय, नई दिल्ली: देश भर में छठ पूजा की धूम है। हर साल की तरह इस बार भी राजधानी दिल्ली में धूमधाम से छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। हालांकि बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा इस बार छठ पूजा को विशेष महत्व दे रही है। दिल्ली में रहने वाले 'बिहारियों' का दिल जीतने के लिए व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं रखी जा रही है।
दिल्ली सरकार की मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में छठ पूजा समारोहों की निगरानी कर रही हैं। सरकार की पहल पर दिल्ली में 1500 छठ पूजा घाट बनाए गए हैं। दिल्ली सरकार इन घाटों के निर्माण के लिए पहले ही 21 करोड़ रुपये आवंटित कर चुकी है। दिल्ली भाजपा के नेता, सांसद और मंत्री, दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से लोगों को छठ के चार दिनों के लिए यमुना किनारे स्थित छठ पूजा घाटों तक ले जाने और पूजा के बाद उन्हें घर वापस लाने के लिए अतिरिक्त कदम उठा रहे हैं।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में 30 लाख से ज्यादा बिहारी रहते हैं। बिहार के चुनावी माहौल में उनका दिल जीतना बेहद जरूरी है। इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए भाजपा छठ पूजा को हथियार बनाकर चुनावी मैदान में उतरी है। दिल्ली सरकार ने सोमवार 27 अक्टूबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। उस दिन दिल्ली के सभी स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कहा है कि उनकी सरकार छठ पूजा के दौरान दिल्लीवासियों को हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराएगी और हर समय सहयोग का हाथ बढ़ाएगी। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता इस मौके पर भी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार पर निशाना साधना नहीं भूलीं और इस साल फरवरी में दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी सरकार द्वारा उठाए गए यमुना सुधार के कदमों की अहमियत बताई।