विधानसभा चुनाव बस होने ही वाले हैं। बिहार में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। पूरे राज्य में प्रचार अभियान जारी है। भाजपा महागठबंधन को थोड़ी भी जगह देने से कतरा रही है। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को खगड़िया की एक रैली से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर हमला बोला। उन्होंने घुसपैठ के मुद्दे पर राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने 'मतदाता अधिकार यात्रा' का मजाक उड़ाते हुए उसे'घुसपैठिया बचाओ अभियान' करार दिया।
इस दिन गृह मंत्री ने राहुल और तेजस्वी पर निशाना साधा। राजनीतिक विश्लेषकों का एक वर्ग बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दौर को जंगलराज कहता है। कथित तौर पर उस दौरान पूरे बिहार में हत्या, बलात्कार और लूटपाट का बोलबाला था। इसी का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, "मैंने सुना है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे (तेजस्वी) लूटपाट, हत्या और घायलों की बात कर रहे हैं। मुझे वो पुरानी कहावत याद आ रही है, 'सौ चूहे खाने वाली बिल्ली अब हज को जा रही है।'"
विपक्ष ने चुनाव से पहले SIR का मुद्दा उठाया था। लगभग 47 लाख नाम अंतिम मतदाता सूची से हटाये गये थे। इसके बाद राहुल गांधी ने वोटों में धांधली का आरोप लगाते हुए वोटर अधिकार यात्राकी थी। हालांकि शाह ने दावा किया कि कांग्रेस मतदाताओं को नहीं बल्कि घुसपैठियों को बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी बिहार की असली समस्याओं से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। वह राजनीतिक नाटक करके बाहरी लोगों और घुसपैठियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल की यात्रा जनकल्याण के लिए नहीं बल्कि घुसपैठियों को छिपाने के लिए है।"
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया था कि डबल इंजन वाले राज्यों में अपराध चरम सीमा पार कर गया है। मोदी खुद नीतीश कुमार के 55 भ्रष्टाचार के मामलों का जिक्र कर चुके हैं। उन्हें याद दिलाते हुए तेजस्वी ने पूछा था, "उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है? आज उनके सवाल का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि पहले वे अपराध की राजनीति करते थे और आज अच्छी नसीहत दे रहे हैं। आम जनता इस पाखंड को समझ चुकी है।
अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपलब्धियों का भी बखान किया। पिछले 20 सालों में अपराध दर में 20 प्रतिशत की कमी आने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि पहले दिनदहाड़े हत्याएं और लूटपाट होती थी। अब बिहार सुरक्षित है। बिहार की जनता को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह सिर्फ प्रतिनिधि चुनने का चुनाव नहीं है। यह जंगलराज और विकासराज के बीच सही का चयन कर लेने का चुनाव है।