नयी दिल्लीः बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण बनाने के लिए गृह मंत्रालय केंद्रीय बल के एक लाख से अधिक जवान तैनात करना चाहता है। नई दिल्ली में सूत्रों का दावा है कि अमित शाह के गृह मंत्रालय ने बिहार में केंद्रीय बल की और 500 कंपनी जवान भेजने का निर्देश दिया है। इससे पहले विधानसभा चुनाव के माहौल में बिहार के विभिन्न हिस्सों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 500 कंपनी केंद्रीय बल भेजने की बात कही गई थी। हर एक कंपनी में औसतन 1000 जवान होते हैं। इस हिसाब से 1000 कंपनी में जवानों की संख्या एक लाख होगी।
राष्ट्रीय चुनाव आयोग की घोषित सूची के अनुसार 6 और 11 नवंबर को मतदान तथा 14 नवंबर को मतगणना होगी। सरकारी सूत्रों का दावा है कि इन तीन दिनों के अलावा बिहार में सर्वत्र मतदान से पहले और बाद में कोई अशांति न हो यह ध्यान रखते हुए और 500 कंपनी केंद्रीय बल भेजने का फैसला किया गया है। 1000 कंपनी केंद्रीय बल में सीआरपीएफ की 250 कंपनी, बीएसएफ की 141 कंपनी, सीआईएसएफ की 85 कंपनी, आईटीबीपी की 75 कंपनी होंगी। बाकी 449 कंपनी एएसबी और आरपीएफ से आएंगी।
हाल में इतना केंद्रीय बल तैनात करके किसी अन्य राज्य में विधानसभा चुनाव हुआ है या नहीं यह निश्चित तौर पर कोई नहीं बता पा रहा। 1000 कंपनी केंद्रीय बल तैनात करने का मतलब 80 मतदाता के पीछे एक केंद्रीय बल का जवान होगा। गुप्तचर सूत्रों से कुछ विशिष्ट इनपुट हाथ में आने के बाद गृह मंत्रालय समग्र सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता।
बिहार के जिन इलाकों में अभी भी माओवादियों का थोड़ा भी प्रभाव है, उन सभी इलाकों में सुरक्षा मजबूत की जा रही है। बिहार में तैनाती के दौरान 1000 कंपनी केंद्रीय बल के बीच समन्वय बनाए रखने की नोडल एजेंसी के रूप में सीआरपीएफ काम करेगी। वही राष्ट्रीय चुनाव आयोग और गृह मंत्रालय के साथ ही संपर्क रखेगी।