बिहार में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर एक बार फिर से बैठेंगे 'सुशासन बाबू'। बिहार के मुख्यमंत्री पद की 10वीं बार शपथ लेंगे नीतीश कुमार। लेकिन इस बार NDA का समीकरण थोड़ा बदलने वाला है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार बिहार मंत्रिमंडल का बड़ा हिस्सा जनता दल यूनाइटेड (JDU) के मुकाबले भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिलने वाला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुई NDA की बैठक में कुछ ऐसा ही फैसला लिया गया है। दावा किया गया है कि नई सरकार में BJP के प्रतिनिधि ज्यादा रहने वाले हैं।
कब होगा शपथ ग्रहण?
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार 20 नवंबर को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर 10वीं बार शपथ ग्रहण कर सकते हैं। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई भी आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है। क्या उसी दिन मंत्रिमंडल के बाकी सदस्य भी शपथ ग्रहण कर लेंगे? इस बारे में भी कोई खुलासा नहीं किया गया है।
किसे मिलेगा कितना मंत्री पद?
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार BJP के 15 से 16 विधायकों मंत्री बन सकते हैं। वहीं सुशासन बाबू की पार्टी JDU से 14 विधायकों को मंत्री पद मिलने की संभावना जतायी जा रही है। गठबंधन में सबसे छोटी हिस्सेदारी LJD के चिराग पासवान की है, जिन्हें 19 सीटें मिली हैं। बताया जाता है कि उन्हें 3 मंत्री पद मिल सकते हैं। इसके अलावा जीतन राम माझी की हिन्दूस्तानी आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक-एक मंत्री पद मिलने की उम्मीद की जा रही है।
दावा किया जा रहा है कि मंत्रिमंडल के गठन के लिए NDA 'प्रति मंत्री 6 विधायक' का फॉर्मूले पर काम कर रही है। संभावना है कि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित हो सकते हैं।