कोलकाताः युवा भारती स्टेडियम में फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुई अफरा-तफरी की जांच चार सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने शुरू कर दी है। यह टीम मंगलवार को राज्य पुलिस के चार वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर गठित की गई थी। टीम में पीयूष पांडे, जावेद शमीम, सुप्रतिम सरकार और मुरलीधर शर्मा शामिल हैं।
बुधवार सुबह करीब 9:40 बजे SIT के सदस्य युवा भारती स्टेडियम पहुंचे और पूरे परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद वे विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के कार्यालय भी गए। वहीं, उसी दिन विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी समेत भाजपा के कई विधायक भी युवा भारती पहुंचे।
13 दिसंबर को युवा भारती में जो घटनाक्रम हुआ, उसे लेकर राज्य सरकार ने तुरंत सख्त कार्रवाई की है। डीजीपी राजीव कुमार, विधाननगर के पुलिस कमिश्नर मुकेश कुमार और खेल सचिव राजेश सिन्हा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा विधाननगर के डीसी अनीश सरकार को निलंबित कर दिया गया है। युवा भारती क्रीड़ांगन के सीईओ देवकुमार नंदन को कुप्रबंधन के आरोप में पद से हटा दिया गया है।
डीजीपी राजीव कुमार से पूछा गया है कि स्टेडियम में उचित समन्वय क्यों नहीं हो पाया। उनसे 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है। वहीं, विधाननगर के सीपी मुकेश कुमार से यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि भीड़ नियंत्रण में कमिश्नरेट क्यों विफल रहा। उन्हें भी 24 घंटे के भीतर जवाब देना होगा।
डीसी अनीश सरकार को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच होगी। साथ ही, पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है, जिसकी जिम्मेदारी चार सदस्यीय SIT को सौंपी गई है। इसी क्रम में बुधवार सुबह जावेद शमीम समेत SIT के सदस्य स्टेडियम के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण करते नजर आए।
सूत्रों के मुताबिक, SIT इस बात की जांच करेगी कि 13 दिसंबर को इतनी बड़ी अव्यवस्था कैसे हुई, मेसी के आसपास इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे पहुंच गए और स्टेडियम में तोड़फोड़ जैसी घटनाएं कैसे घटित हुईं।
इस बीच, SIT के दौरे के बाद शुभेंदु अधिकारी भी युवा भारती पहुंचे। उन्होंने कहा, “हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। मुख्यमंत्री नहीं आईं, लेकिन विपक्ष के नेता के तौर पर यहां आना मेरी जिम्मेदारी थी। मैं तीन दिन से देख रहा था कि वे कोई कदम उठाती हैं या नहीं। जब वे नहीं आईं, तो मजबूरी में मुझे आना पड़ा।”