कोलकाता/नई दिल्ली: 2026 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता के लिए भाजपा का बड़ा टारगेट तय किया है। बुधवार को सायंस सिटी ऑडिटोरियम में सांसदों, विधायकों और पार्टी नेताओं के साथ बैठक में अमित शाह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के साथ कोई समझौता नहीं होगा और महानगर की 28 सीटों में से कम से कम 20 सीटें भाजपा को जीतनी होंगी।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा, “कोलकाता में हमारे चार संगठनात्मक जिले हैं, जिसमें कुल 28 सीटें हैं। अमित शाह का लक्ष्य है कि इन 28 में से 20 सीटें भाजपा को जीतनी चाहिए। यह केवल बंगाल की सत्ता बदलने के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए भी महत्वपूर्ण है।”
अमित शाह ने बैठक में साफ किया कि पश्चिम बंगाल में घुसपैठ लगातार बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि त्रिपुरा और असम में सभी सीमाएं पूरी तरह सील हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल के 380 किलोमीटर हिस्से में यह रोक नहीं है।
शाह ने कहा कि केवल बंगाल ही नहीं, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने पार्टी नेताओं को निर्देश दिया कि इस मुद्दे को चुनावी रणनीति में प्रमुख रूप से इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो महानगर की जनता ही जोखिम में पड़ सकती है।
सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने बैठक में दो प्रमुख मुद्दों को चुनावी हथियार बनाने पर जोर दिया। पहला मुद्दा तृणमूल कांग्रेस का कथित भ्रष्टाचार और दूसरा मुद्दा घुसपैठ का। उन्होंने कहा कि कोलकाता सुरक्षित नहीं है और इस स्थिति से निपटने के लिए तृणमूल सरकार को सत्ता से हटाना आवश्यक है।
अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे आपस में अधिक संपर्क में रहें और संगठन के भीतर समन्वय बनाए रखें। सांसदों और विधायकों को भी निर्देश दिया गया कि वे अपने क्षेत्रों में रणनीति के साथ काम करें और चुनावी मैदान में पूरी ताकत झोंक दें। बैठक में अमित शाह ने साफ कहा कि हर कार्यकर्ता को अपने बूथ और क्षेत्र में सक्रिय रहना होगा और चुनावी तैयारी को अंतिम स्तर तक मजबूत करना होगा।
अमित शाह ने शमीक भट्टाचार्य, शुभेंदु अधिकारी, सुकांत मजूमदार और दिलीप घोष के साथ अलग बैठक की। बैठक में भूपेंद्र यादव, सुनील बनसाल और बिप्लव देव भी मौजूद थे। लंबे समय बाद दिलीप घोष को भाजपा की बैठक में देखा गया, हालांकि उन्होंने बैठक के बाद कोई बयान नहीं दिया। इस बैठक का उद्देश्य राज्य भाजपा के चार प्रमुख नेताओं को विधानसभा चुनाव के लिए सक्रिय करना और उन्हें पार्टी के रणनीतिक मिशन के साथ जोड़ना बताया गया।
अमित शाह की यह बैठक साफ संदेश देती है कि भाजपा बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले पूरी ताकत के साथ तैयारी कर रही है। पार्टी का लक्ष्य केवल सीटें जीतना ही नहीं, बल्कि महानगर और राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करना है। केंद्रीय नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को सक्रिय, समन्वित और रणनीतिक रूप से काम करने की दिशा में स्पष्ट निर्देश दिए हैं। अमित शाह ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता हर बूथ पर सक्रिय रहें और चुनावी तैयारियों में कोई कमी न आने दें।
प्रीतिश बंद्योपाध्याय