विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी SIR के झटके से 'अस्थिर' हो गयी हैं। इसीलिए BLA के साथ उन्हें बैठक करनी पड़ रही है। ममता बनर्जी ने सोमवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में एक बैठक की जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग वही कर रहा है जो उसे भाजपा करने का निर्देश दे रही है।
ममता बनर्जी के इस आरोप पर पलटवार करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा, 'ममता बनर्जी शुरू से ही SIR के बारे में झूठ बोल रही हैं। लोग अब उनके झूठों पर विश्वास नहीं कर रहे हैं।'
बतायी SIR की ग्राउंड रिएलिटी
विधानसभा के बाहर खड़े होकर शुभेंदु अधिकारी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि SIR के बारे में झूठा प्रचार किया गया था। कहा गया था कि मुसलमानों के नाम हटा दिए जाएंगे। SIR NRC का ही दूसरा रूप है। शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि मतदाता सूची का मसौदा जारी होने के बाद उन्होंने राज्य के अलग-अलग हिस्सों का दौरा किया और अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों से बात की।
विरोधी पार्टी के नेता का दावा है कि वे SIR को लेकर निश्चिंत हैं। शुभेंदु ने कहा, "मैंने कई मुस्लिम भाइयों से बात की है। सभी भारतीय मुसलमानों के नाम उसमें हैं। सिर्फ मरे हुए लोगों के नाम हटा दिए गए हैं। जिन पर बांग्लादेशी मुसलमान होने का शक है उनके नाम अनमैप कर दिया गया है। वे सबूत देंगे। मुसलमानों को कोई दिक्कत नहीं हुई है। यह ग्राउंड रिएलिटी है।"
शुभेंदु अधिकारी की चुनौती
भाजपा के साथ ही सोमवार को हुई बैठक में ममता बनर्जी के निशाने पर चुनाव आयोग और राज्य के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर का ऑफिस भी था। यहां तक की ममता बनर्जी ने यह भी आशंका जतायी की सुनवाई के दौरान जो माइक्रो ऑब्जर्वर (केंद्र सरकार के कर्मचारी) नियुक्त किए जाएंगे उन्हें दूसरे राज्यों से लाया जा सकता है।
इसपर पलटवार करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने चुनौती देते हुए कहा, "अगर आप 3,000 माइक्रो ऑब्जर्वर में से एक भी दूसरे राज्य में काम करते हुए दिखा दें तो मैं माफी मांग लूंगा। अगर आप नहीं दिखा पाए तो वह माफी मांगेंगी।"
शुभेंदु अधिकारी ने राज्य के CEO ऑफिस को कटघरे में खड़ा करने के लिए ममता बनर्जी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि उन्होंने (ममता बनर्जी) एक समय आयोग को धोखा दिया था लेकिन अब वह ऐसा नहीं कर सकतीं। वह राज्य चुनाव अधिकारी के ऑफिस को अपना पार्टी ऑफिस बनाना चाहती थीं। ऐसा नहीं हो पाया इसलिए वह नाराज हो रही हैं। शुभेंदु अधिकारी ने जोर देकर कहा कि SIR पूरी 'पारदर्शिता' के साथ की जा रही है।