एई समय : दुर्गा पूजा से ठीक पहले अतिभारी बारिश और जलजमाव की वजह से आयी तबाही का असर हावड़ा के मंगलाहाट पर भी पड़ा है। इस वजह से छोटे और मंझले व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
प्रभावित व्यापारियों का कहना है कि उन्हें दुर्गा पूजा से पहले मंगलवार को बाजार में अच्छी खरीदारी की उम्मीद थी। कई लोगों ने लाखों रुपये का सामान खरीदा था। लेकिन भारी बारिश के कारण उस दिन मंगलाहाट में कोई खरीदार नहीं आया। जो थोड़े-बहुत व्यापारी आपदा के बावजूद बाजार आए, उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा।
मंगलाहाट की खासियत यह है कि दुर्गा पूजा से पहले आखिरी मंगलवार को यहां भारी भीड़ होती है। आसपास के अलग-अलग जिलों से छोटे व्यापारी यहां कपड़े खरीदने नहीं आते थे। आम लोग भी यहीं से दुर्गा पूजा के कपड़े खरीदते हैं। लेकिन उस दिन सुबह से शुरू हुई लगातार बारिश के कारण हावड़ा के उस इलाके में जहां मंगलाहाट मौजूद है, की सड़कें जलमग्न हो गईं।
इस वजह से काफी लोग बाजार ही नहीं आए। हालांकि कुछ दुकानदारों ने स्टॉल तो लगाया था, लेकिन खरीदार ही नहीं आए। बताया जाता है कि कई व्यापारियों के कपड़े भी बारिश में भीग गए।
मंगलाहाट के एक व्यापारी अमल दास का कहना है कि दुर्गा पूजा से पहले हम सभी इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। दुर्गा पूजा से ठीक पहले आखिरी मंगलवार को मंगलाहाट में रिकॉर्ड संख्या में लोग आते हैं। व्यापार भी खूब होता है। इसलिए हमने ज्यादा सामान लगाया था। लेकिन भारी बारिश के कारण खरीदार ही नहीं आ पाए। हमारे कई कपड़े भीग गए। इस नुकसान की भरपाई करना बड़ा ही मुश्किल है।
एक अन्य व्यापारी हसन अली का कहना है कि हम खुदरा व्यापारी हैं। हमारा परिवार रोज होने वाली कमाई पर गुजारा करता है। दुर्गा पूजा से पहले इस बाजार में अच्छा व्यापार होता है। लेकिन कल (सोमवार) रात हुई बारिश के कारण सड़क पर पानी जमा हो गया। नतीजतन, खरीदार नहीं आ पाए। बारिश की वजह से हमें काफी नुकसान हो गया है।