पास में ही जिला मजिस्ट्रेट का कार्यालय है। नगर पालिका और अन्य सरकारी अधिकारियों के कार्यालय भी पास में ही हैं। और वहां बने हाउसिंग सोसाइटी में 'बुरी शक्तियों का प्रकोप'! सिर्फ यह अफवाह ही नहीं बल्कि इससे छुटकारा पाने के लिए एक तांत्रिक को बुलाकर यज्ञ का आयोजन किया गया। यह तस्वीर बीरभूम जिल मुख्यालय सिउड़ी की है।
दंगलपाड़ा, सिउड़ी नगर पालिका कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर है। कुछ साल पहले वहां एक निजी हाउसिंग सोसाइटी बनाई गई थी। कई परिवारों ने वहां फ्लैट भी खरीदे थे। हालांकि, इन परिवारों को यहां शांति नसीब नहीं हुई। आवासीय परिसर के डी ब्लॉक के निवासियों का कहना है कि रात में कभी बच्चों के रोने की आवाजे आती हैं। कभी दूसरी तरह की भयानक आवाजें भी यहां गूंजती रहती है। खासतौर पर रात के समय माहौल काफी डरावना हो जाता है।
अफवाह है कि आवासीय समिति के सदस्य एक के बाद एक मर रहे हैं। कई बीमार पड़ रहे हैं। और यह सब 'बुरी शक्तियों के प्रकोप' के कारण हो रहा है। इसलिए, इससे छुटकारा पाने के लिए सोमवार की दोपहर को यहां शांति हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। इस हवन में हाउसिंग सोसाइटी के अधिकांश निवासी मौजूद थे।
स्थानीय निवासी शुभेंदु घोष का कहना है कि ने बताया कि पहले वहां एक पुराना घर हुआ करता था। वहाां एक कुआं भी था। उनका कहना है कि जिस जगह पर डी-ब्लॉक बनाया गया है, वहां एक महिला और एक लड़के ने कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उनका दावा है कि इस आवास के निर्माण के बाद से हर साल एक अधिकारी की मृत्यु हो रही है। पिछले साल आवासीय समिति के अध्यक्ष बीमार पड़ गए थे। समिति के कोषाध्यक्ष कमल कुमार पारेख का इस साल ही निधन हो गया। इसलिए सभी निवासियों ने मिलकर यह यज्ञ करने का निर्णय लिया।
हाउसिंग सोसाइटी के अध्यक्ष विपिन कुमार चटर्जी ने बताया कि वहां 51 परिवार रहते हैं। उनके बीच भय का माहौल बन गया था। इसे दूर करने के लिए यह यज्ञ आयोजित किया गया। वहां के सुरक्षा गार्डों का भी दावा है कि जब वे डी ब्लॉक में जाते हैं, तो उन्हें सामान्य से ज्यादा ठंड लगती है।
हालांकि विज्ञान मंच के सदस्य सुभाशीष गरई का दावा है कि निवासियों ने केवल धार्मिक आस्था के कारण यह पूजा-अर्चना आयोजित की है। इस संबंध में उन्हें कुछ नहीं कहना है। हालांकि, यह कहना कि उन्हें ठंड लग रही है, पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि अगर निवासी चाहेंगे तो सिउड़ी के विज्ञान मंच के सदस्य इस भ्रांति को दूर करने का प्रयास करेंगे।