"यह निकम्मी सरकार है, इससे बिजली की उम्मीद मत करो", अखिलेश यादव का योगी सरकार पर तीखा हमला

स्मार्ट सिटी पर उठाये सवाल, दीपोत्सव पर साधा निशाना

By श्वेता सिंह

Oct 18, 2025 23:20 IST

धनतेरस और दीपावली के अवसर पर जहां पूरा प्रदेश रोशनी से जगमगा रहा है, वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने बिजली आपूर्ति, विकास कार्यों और दीपोत्सव जैसे आयोजनों को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की और इसे "निकम्मी सरकार" करार दिया।

एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "यह निकम्मी सरकार है, इससे बिजली की उम्मीद मत करो।" उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार प्रदेश को सिर्फ दीयों और मोमबत्तियों के सहारे त्योहार मनाने पर मजबूर कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब क्रिसमस के अवसर पर पूरी दुनिया के शहर महीनों तक रोशनी से जगमगाते हैं, तो उत्तर प्रदेश में ऐसा क्यों नहीं हो सकता।

लखनऊ की 'स्मार्ट सिटी' पर सवाल

सपा प्रमुख ने राजधानी लखनऊ की स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शहर में हर जगह ट्रैफिक जाम और गंदगी है, इसके बावजूद इसे स्मार्ट सिटी घोषित किया गया है। उन्होंने मांग की कि लखनऊ को तीसरा सबसे स्मार्ट शहर बताने वाले अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।

"करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद सरकार ट्रैफिक जैसी बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रही है। यह केवल दिखावटी विकास है, असली विकास जमीन पर नहीं दिख रहा," उन्होंने कहा।

दीपोत्सव पर भी निशाना

अयोध्या में दीपावली के अवसर पर आयोजित दीपोत्सव पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को केवल आयोजन की चमक दिखाने की चिंता है, जबकि आम जनता बिजली कटौती से जूझ रही है। उन्होंने कहा, "हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार आएगी, तो पूरे उत्तर प्रदेश में ऐसी रोशनियां होंगी, जो पूरे भारत में मिसाल बनेंगी।"

बिहार चुनाव में योगी की भूमिका पर भी टिप्पणी

अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ वहां विकास की बात करने के बजाय समाज में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार नफरत फैला रही है और समाज के एक वर्ग को निशाना बना रही है।

दीपावली से पूर्व बिजली संकट और विकास के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। अखिलेश यादव जहां योगी सरकार को "निकम्मा" बता रहे हैं, वहीं भाजपा अपने कामकाज को विकास और सुशासन का प्रतीक बता रही है। आने वाले चुनावों में जनता का रुख तय करेगा कि वह दिखावे की रोशनी के साथ है या जमीनी विकास के साथ।

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