लखनऊ: आज उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नए प्रदेश अध्यक्ष के औपचारिक चुनाव का कार्यक्रम जारी कर दिया है। नए अध्यक्ष का नाम 14 दिसंबर को घोषित किया जाएगा। पूर्व यूपी भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने यह घोषणा की। बयान के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन 13 दिसंबर 2025 को दाखिल किए जाएंगे।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव प्रक्रिया के लिए पार्टी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया। नामांकन पत्रों की जांच 13 दिसंबर को दोपहर 3 बजे से 4 बजे के बीच होगी। वर्तमान में भूपेंद्र सिंह चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष हैं। वे अगस्त 2022 में स्वतंत्र देव सिंह के स्थान पर अध्यक्ष बने थे और राज्य विधान परिषद के सदस्य भी हैं।
नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए जिन नामों को प्रबल दावेदार माना जा रहा है उनमें केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी, बी.एल. वर्मा, राम शंकर कठेरिया और धरमपाल सिंह शामिल हैं। हालांकि मतदान की संभावना कम मानी जा रही है लेकिन आवश्यकता हुई तो 5 सांसद, 8 विधान परिषद सदस्य, 28 विधायक तथा 425 जिला और क्षेत्रीय अध्यक्षों को मतदान के लिए बुलाया जाएगा। परंपरागत रूप से भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुना जाता है और चुनाव की नौबत कम ही आती है। इसके बावजूद पार्टी ने पात्र मतदाताओं की सूची जारी कर दी है।
इस बीच उत्तर प्रदेश के एनडीए सांसदों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में उनके कक्ष में मुलाकात की। संसद के मौजूदा सत्र में प्रधानमंत्री विभिन्न राज्यों के एनडीए सांसदों से बैठकें कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार यूपी सांसदों की बैठक बेहद सकारात्मक और उत्साहजनक रही। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एमपीओं को सलाह दी कि वे टेक्नोलॉजी का अधिक उपयोग कर सरकार के कार्यों को जनता तक पहुंचाएं। उन्होंने संचार को मजबूत करने पर जोर दिया और कहा कि सांसद सोशल मीडिया पर अधिक सक्रिय रहें ताकि जनता से बेहतर संपर्क बने।
कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव नजदीक आने पर ही सक्रिय दिखती है ,जबकि एनडीए सरकार सालभर काम करती है। फिर भी उसकी योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी जनता तक उतनी नहीं पहुंच पाती। इस बैठक का उद्देश्य संचार व्यवस्था को मजबूत करना और उत्तर प्रदेश में एनडीए के जनसंपर्क को और प्रभावी बनाना था।