कुछ दिन पहले राजस्थान के चूरू बाईपास स्थित मन्नत मोटर्स गैराज में हुई 3 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान वाली भयावह आगजनी की घटना में कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है पुलिस ने इस आपराधिक वारदात में शामिल दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है। इन आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को शहर के 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़े।
18 गाड़ियां जलीं, 3 करोड़ से ज्यादा का नुकसान
यह वारदात 29 नवंबर की रात को हुई थी। गैराज मालिक नासिर कायमखानी ने 30 नवंबर को कोतवाली थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, 10 से 12 बदमाशों का एक गैंग गैराज में घुसा था। आरोपियों ने सबसे पहले गैराज में रखे 18 वाहनों के शीशे तोड़े। इसके बाद उन्होंने बोतलों में पेट्रोल भरकर 'पेट्रोल बम' बनाया और विस्फोट कर दिया। पेट्रोल बम के हमले से सभी वाहन, गैराज की टिन शेड, एलाइनमेंट मशीन और जनरेटर पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए। गैराज मालिक ने नुकसान का अनुमान 3 करोड़ रुपये से अधिक बताया है।
पुलिस को 'मास्टरमाइंड' अनिल कुमावत की तलाश
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। कोतवाली थानाधिकारी श्रवण कुमार के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया गया, जिन्होंने शहर भर के फुटेज खंगाले। सुराग मिलने पर झुंझुनूं के पिपली चौक निवासी शाबीर और सीकर जिले के रामगढ़ निवासी महेंद्र कुम्हार को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, वारदात में शामिल दो नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया। थानाधिकारी श्रवण कुमार ने बताया कि दोनों गिरफ्तार आरोपियों से सख्ती से पूछताछ जारी है। इस आगजनी कांड के पीछे मुख्य आरोपी अनिल कुमावत बताया जा रहा है. पुलिस टीमें उसकी तलाश में राजस्थान के कई संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं।
एफआईआर में कई नाम दर्ज
दर्ज रिपोर्ट में गैराज मालिक ने कई लोगों के नाम लिए हैं, जिनमें विनोद, अनिल, सुनील कुमावत, निखिल, निशांत, अनुज कुमावत, इंदौर निवासी विपुल, साबीर लीलगर, इमरान सोती, रोशन सोती, रिजवान खान उर्फ राजा सहित 10-12 अन्य लोग शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि यह आपराधिक हमला संगठित रूप से किया गया था. अब सारा ध्यान मुख्य आरोपी अनिल कुमावत और फरार चल रहे अन्य सदस्यों को पकड़ने पर केंद्रित है, ताकि इस 3 करोड़ के नुकसान वाली आपराधिक साजिश का पर्दाफाश हो सके।