राजस्थान के हनुमानगढ़ में किसान आंदोलन का मामला गरमा गया है। मामला सिर्फ स्थानीय स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि लोकसभा में भी मुद्दे की गूंज सुनाई पड़ रही है। अब इस मामले में राकेश टिकैत की भी एंट्री होने वाली है। आगामी 17 दिसंबर को हनुमानगढ़ जिला कलेक्ट्रेट पर किसानों की महापंचायत होगी। इसमें राकेश टिकैत सहित कई बड़े किसान नेता शामिल होंगे। पूर्व विधायक बलवान पूनिया ने बताया कि महापंचायत में कई किसान यूनियनों समेत संगठन हिस्सा लेंगे। किसानों एवं स्थानीय नेताओं का कहना है कि मांगें पूरी होने तक वे निर्माणाधीन एथेनॉल कारखाने के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेंगे। हालांकि, गुरुवार (11 दिसंबर) सुबह बैठक के लिए इकट्ठा हो रहे किसानों एवं ग्रामीणों को पुलिस ने रोक दिया था।
लगातार तीसरे दिन भी इंटरनेट बंद
टिब्बी के राठीखेड़ा में एथेनॉल फैक्ट्री में आगजनी के बाद आज (12 दिसंबर) तीसरे दिन भी इंटरनेट सेवा बंद है। राठीखेड़ा में फैक्ट्री स्थल पर पुलिस जाब्ता तैनात है। फिलहाल माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है, जबकि पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। इस मामले में लगातार प्रशासन और सरकार की ओर से बातचीत की कोशिश की जा रही है। सादुलशहर के विधायक गुरवीर सिंह बराड़ ने इथेनॉल फैक्ट्री विवाद को लेकर टिब्बी में किसानों और महिलाओं से मुलाकात की। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि उनकी जो भी मांगें हैं, वे लिखकर दें। वह यहां से लौटकर CM से इन मांगों पर बात कर सरकार के सामने रखा जाएगा। साथ ही, इस मामले का जल्द से जल्द हल निकालने की कोशिश करेंगे।
अब तक 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस
बीते दिन, अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) वीके सिंह ने जानकारी दी थी, ‘‘100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बुधवार की हिंसक घटना पूरी तरह से अवांछित थी, जिसमें पुलिस और होमगार्ड के लगभग तीन घायल दर्जन जवान घायल हुए हैं। कुछ बाहरी तत्वों ने स्थानीय लोगों को उकसाया जिससे यह घटना हुई।''
कलेक्टर-एसपी के खिलाफ कार्रवाई की भी हो रही है मांग
इस मामले में जिला कलेक्टर और पुलिस एसपी के खिलाफ भी गुस्सा फूटता नजर आ रहा है। दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की जा रही है। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में मुद्दा उठाते हुए कहा था कि कलेक्टर और एसपी को एपीओ करना चाहिए। उनका आरोप है कि सरकार ने दमन से आंदोलित लोगों की आवाज को कुचलने का प्रयास किया।