भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने माओवादी नेता डुन्ना केसवा राव, आलिआस अज़ाद (52) के मामलों की जल्दी सुनवाई के लिए परलकामेंडी में विशेष अदालत स्थापित की है। अज़ाद 2011 से न्यायिक हिरासत में हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार यह अदालत उनके खिलाफ लंबित मामलों की शीघ्र सुनवाई करेगी।
यह अदालत राज्य में अज़ाद के खिलाफ लंबित मामलों की शीघ्र सुनवाई के लिए काम करेगी। अज़ाद पर ओडिशा और आंध्र प्रदेश में कम से कम 37 आपराधिक मामले लंबित हैं। वह 2008 में स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या के मुख्य आरोपी थे, जिससे कंधमाल में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। इसके अलावा उनके खिलाफ नयागढ़ पुलिस शस्त्रागार और आर उदयगिरी जेल हमले के मामले भी दर्ज हैं। अज़ाद अब तक 10 मामलों में बरी किए जा चुके हैं।
अज़ाद माओवादी पार्टी के ओडिशा राज्य संगठन समिति के सदस्य थे। उन्होंने 18 मई 2011 को आंध्र प्रदेश पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया और वे 1 जून 2011 को ओडिशा पुलिस को सौंपे गए।