मुंबई: मुंबई के भांडुप इलाके में हुई (BEST) बस दुर्घटना की जांच में अहम जानकारी सामने आई है। जांच अधिकारियों के मुताबिक, यह छह साल पुरानी इलेक्ट्रिक बस पूरी तरह ठीक थी और उसमें कोई तकनीकी खराबी नहीं पाई गई। यह हादसा चालक की गलती के कारण हुआ। इस दर्दनाक घटना में कम से कम चार राहगीरों की मौत हो गई, जबकि नौ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
यह हादसा सोमवार रात को हुआ था। बस मे कोई तकनीकी खराबी नहीं थी। 29 दिसंबर की रात, भांडुप स्टेशन के पास ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक कंपनी की एक एसी इलेक्ट्रिक बस ने राहगीरों को कुचल दिया। हादसे के बाद मुंबई के वडाला परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बस की जांच की।
जांच रिपोर्ट के अनुसार, बस का ब्रेक सिस्टम पूरी तरह सही था, स्टार्टिंग सिस्टम में भी कोई खराबी नहीं थी, बस का फिटनेस सर्टिफिकेट 2027 तक वैध है। जांचकर्ताओं ने यह भी बताया कि अगर इलेक्ट्रिक बस के ब्रेक सिस्टम में हवा का दबाव कम हो, तो बस चल ही नहीं सकती इसलिए ब्रेक फेल होने की आशंका को पूरी तरह खारिज कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, हादसे के समय बस चला रहे थे संतोष रमेश सावंत (52), जो पिछले 15 वर्षों से BEST में कार्यरत हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे से कुछ मिनट पहले चालक बहुत धीमी गति से बस को स्टेशन के पास स्टैंड तक लाए थे और वहां बस खड़ी कर कुछ देर का ब्रेक लिया था। ब्रेक के बाद जब वह बस को मोड़ने लगे, तभी किसी कारणवश वे घबरा गए और ब्रेक की जगह तेज़ी से एक्सिलरेटर दबा दिया। इससे बस का संतुलन बिगड़ गया और वह डिवाइडर से टकराकर राहगीरों पर चढ़ गई।
पुलिस ने बस चालक को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ कर्तव्य में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है। इस हादसे ने मुंबई की परिवहन व्यवस्था को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। पिछले साल दिसंबर में भी कुर्ला इलाके में इसी तरह की एक इलेक्ट्रिक बस दुर्घटना हुई थी, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। उस मामले में भी कोई तकनीकी खराबी सामने नहीं आई थी। लगातार ऐसी घटनाएं सामने आने से अब सेवा की गुणवत्ता और चालकों की मानसिक स्थिति को लेकर सवाल उठने लगे हैं। BEST प्रशासन ने पूरे मामले की गंभीरता से जांच करने का आश्वासन दिया है।