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"हिंदू राष्ट्र" में नहीं चलेगी "सांता क्लाॅज" की टोपी बेचना, पार्टी विक्रेता से मुठभेड़ के बाद गरीब हाॅकर को धमकी, वीडियो वाॅयरल

पेट की मजबूरी में राजस्थान से ओडिशा आकर क्रिसमस की टोपी बेचना ही बन गया ‘अपराध’!

By अमर्त्य लाहिड़ी, Posted by: प्रियंका कानू

Dec 22, 2025 19:38 IST

भुवनेश्वर: क्रिसमस से पहले ओडिशा में गरीब हाकरों को सांता क्लॉज की टोपी बेचने पर कथित तौर पर परेशान और डराए जाने का आरोप सामने आया है। यह घटना भाजपा-शासित ओडिशा की बताई जा रही है। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। हालांकि एई समय ऑनलाइन ने वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग फुटपाथ पर खड़े होकर क्रिसमस से पहले सांता क्लॉज की टोपी बेच रहे हैं। तभी एक सफेद गाड़ी से उतरकर कुछ लोग दावा करते हैं कि ओडिशा हिंदू राष्ट्र है और वहां ईसाइयों से जुड़ी चीज़ें नहीं बेची जा सकतीं।

हिंदू राष्ट्र का दावा करने वाले लोग विक्रेताओं से पूछते हैं कि वे कहां से आए हैं और क्या वे हिंदू हैं। विक्रेता बताते हैं कि वे हिंदू हैं लेकिन गरीब हैं। क्रिसमस से पहले सांता क्लॉज की टोपी की मांग रहती है इसलिए वे पेट पालने के लिए वही बेच रहे हैं। खुद को हिंदुत्ववादी बताने वाले लोगों को यह कहते हुए सुना जाता है कि यह भगवान जगन्नाथ की भूमि है। यहां केवल उन्हीं का शासन चलेगा। हिंदू होकर तुम ऐसा कैसे कर सकते हो? तुरंत अपना सामान समेटो और यहां से चले जाओ। अगर कुछ बेचना ही है तो भगवान जगन्नाथ से जुड़ी चीजें बेचो।

विक्रेताओं ने यह भी बताया कि वे स्थानीय निवासी नहीं हैं और राजस्थान से आए हैं। हिंदू राष्ट्र के समर्थकों ने कहा कि ओडिशा में आकर राजस्थान की चीजें बेचने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन ईसाई धर्म से जुड़ी कोई भी वस्तु नहीं बेची जा सकती। वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। खासकर ओडिशा जैसे राज्य में ऐसी घटना होने पर कई लोग हैरान दिखे। हालांकि शुरुआती हैरानी के बाद कई लोगों ने कहा कि भाजपा के सत्ता में रहने पर ऐसी घटनाएं होना स्वाभाविक हो गया है।

नेटिजन्स का दावा है कि 2024 में भाजपा सरकार बनने के बाद से ओडिशा में दक्षिणपंथी राष्ट्रवाद और उग्र देशभक्ति का उभार हुआ है, जिसका नतीजा ऐसी घटनाएं हैं। सोशल मीडिया यूज़र्स का कहना है कि विक्रेता चाहे किसी भी जाति या धर्म के हों, वे सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी कमाने की कोशिश कर रहे हैं। एक यूज़र ने लिखा कि सड़कों पर गरीब हाॅकरों पर ‘हिंदू राष्ट्र’ का रौब दिखाने के बजाय, शॉपिंग मॉल और बड़े रिटेल स्टोर्स में जाकर क्रिसमस का सामान बिकने से रोककर दिखाइए। कई नेटिजन्स ने साफ शब्दों में कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, न कि जनता द्वारा शासित कोई धर्मतांत्रिक राज्य। सांता क्लॉज की टोपी बेचने पर गरीब लोगों को परेशान करना असंवैधानिक, अनैतिक और गैर-भारतीय है।

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