पटना। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने शनिवार को राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी का बिहार की राजनीति से “लगातार गायब रहना” दिखाता है कि उनका राज्य और इसकी जनता से कोई लगाव नहीं है।
राय ने कहा, “तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति से नदारद हैं। हाल ही में हुई विधानसभा की सत्र में उन्होंने ठीक तरीके से हिस्सा भी नहीं लिया। ऐसे समय में राज्य छोड़ देना साबित करता है कि उन्हें बिहार या यहां की जनता की चिंता नहीं।” तेजस्वी यादव 1 से 5 दिसंबर तक चले बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक भी दिन शामिल नहीं हुए।
संकट के समय अनुपस्थित रहने का आरोप
नित्यानंद राय ने आगे आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव हमेशा संकट के समय राज्य से दूर रहते हैं-चाहे कोविड महामारी हो, बाढ़ हो या कोई अन्य स्थिति।
राय ने कहा कि जनता अब RJD, कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक की राजनीति को समझ चुकी है। “लोगों का इन दलों से भरोसा टूट चुका है क्योंकि इन्होंने वंशवादी और तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया है। यही वजह है कि तेजस्वी अभी राज्य से दूरी बनाए हुए हैं।”
पीएम मोदी की कार्यशैली की तारीफ
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से देश में सामाजिक और आर्थिक न्याय मजबूत हुआ है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री की नीतियों ने “30 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।”
राय ने कहा, “विकास के भागीरथ, गरीबों के मसीहा और वैश्विक शांति के संदेशवाहक प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान को सम्मान दिया और देश को नई दिशा दी है।”
टीएमसी MLA के बयान पर भी हमला
नित्यानंद राय ने पश्चिम बंगाल के निलंबित टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर द्वारा मुर्शिदाबाद में अयोध्या की बाबरी मस्जिद की तर्ज पर मस्जिद बनाने की घोषणा पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, “किसी आक्रांता के नाम पर मस्जिद बनाने की प्रतिज्ञा करना गलत है। भारत में मस्जिदों का स्वागत है, लेकिन बाबर के नाम पर मस्जिद नहीं।”