एई समय। नीतिश कुमार की पार्टी जदयू को आज उस समय बड़ा झटका लगा जब तीन प्रभावशाली नेता राजद में शामिल हो गये। तेजस्वी यादव की मौजूदगी में पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, जहानाबाद के पूर्व विधायक राहुल शर्मा और बांका के जदयू सांसद गिरधारी यादव के बेटे चाणक्य प्रकाश ने राजद की सदस्यता ली।
जनता दल यूनाईटेड को पूर्णिया क्षेत्र में एक तगड़ा झटका देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा सांसद संतोष कुमार कुशवाहा राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए हैं। उन्होंने आज जदयू से इस्तीफा दे दिया हैं। पार्टी में लंबे समय से अनदेखी झेल रहे कुशवाहा ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ आज दोपहर तीन बजे के बीच पटना में राजद की सदस्यता ग्रहण की।
जदयू के लिए कुशवाहा जैसे नेता को चुनाव के ऐन पहले खोना बहुत बड़ा नुकसान साबित हो सकता है। कुशवाहा के इस कदम से राजनीति गरमा गई है। संतोष कुमार कुशवाहा ने लंबे समय से की जा रही अपनी उपेक्षा को ही जदयू छोड़ने की मुख्य वजह बतायी है।
सियासी उलटफेर से चुनाव में होगी कड़ी टक्कर
बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। इस घटनाक्रम से बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में गठबंधनों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। इस सियासी उलटफेर से साफ है कि तेजस्वी यादव सोशल इंजीनियरिंग के जरिए जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश कर रहे हैं।
राजद में इन नेेताओं के शामिल होने से महागठबंधन को मजबूती मिल सकती है और बिहार की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं। ये घटनाक्रम दिखाते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में गठबंधनों के बीच कड़ा मुकाबला होगा। यह भी तय माना जा रहा है कि चुनाव से ऐन पहले एक बार फिर दलबदलूओं को देखा जा सकेगा। दलों के बीच नेताओं का आना जाना सियासी समीकरणों को प्रभावित कर रहा है।
बिहार चुनाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार नीतिश सरकार पर हमलावर हैं। शुक्रवार दोपहर वह फिर आक्रामक मूड में दिखे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद में शामिल हुए इन नेताओं को उनकी पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिल रहा था लेकिन राजद ए टू जेड की पार्टी है और यहां पर सभी वर्गों का सम्मान होता है। तेजस्वी इन तीनों नेताओ को विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा सीएम नीतिश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतिश कुमार की पार्टी अब उनके वश में नहीं है। केवल कुछ खास लोग ही जदयू चला रहे हैं।
चुनाव के ऐन समय दिग्गज नेताओं से किसका फायदा?
पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा कोइरी समुदाय के बड़े नेता माने जाते हैं। संभावना है कि वे धमदाहा विधानसभा सीट से मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। कुशवाहा का राजद में जाना इस सीट पर नए समीकरण बना सकता है, कोइरी वोट बैंक में राजद की पकड़ मजबूत करने में मददगार साबित हो सकता है।
जहानाबाद के पूर्व विधायक राहुल शर्मा भूमिहार जाति से आते हैं। उनके पिता जगदीश शर्मा मगध क्षेत्र में प्रभावशाली भूमिहार नेता थे और इस समुदाय पर उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। इनके आने से तेजस्वी को भूमिहर बहुल इलाकों में राजद की पकड़ मजबूत करने में सहायता मिल सकती है।
बांका से जदयू सांसद गिरधारी यादव के बेटे चाणक्य प्रकाश की राजद में एंट्री से पार्टी को नए वोट बैंक साधने में मदद मिलेगी।
चुनाव से ऐन पहले जदयू के इन तीन बड़े नेताओं का राजद में जाना नीतिश कुमार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। खासकर एनडीए में सीट शेयरिंग की चर्चाओं के बीच इस झटके का खामियाजा जदयू को भुगतना पड़ सकता है। तेजस्वी यादव की इस रणनीति से महागठबंधन को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में फायदा हो सकता है।