दरभंगाः क्राइम ब्रांच ने 25 साल पुराने एक सनसनीखेज हत्या मामले को सुलझाते हुए मुख्य आरोपी सतीश यादव को बिहार के दरभंगा जिले के रामोली गांव से गिरफ्तार कर लिया। वर्ष 2000 से फरार चल रहा सतीश अलग-अलग राज्यों-कोलकाता, असम और बिहार में लगातार लोकेशन बदलकर गिरफ्तारी से बचता रहा। रविवार को कार्रवाई के दौरान गांववालों ने उसे भगाने की कोशिश भी की लेकिन टीम ने उसे दबोच लिया।
मामला 6 फरवरी 2000 का है, जब दिल्ली के रूप नगर थाने में PCR कॉल (DD No. 4A) पर पुलिस पहुंची और वहां साजन सिंह का शव खून से लथपथ मिला। गले पर कुल्हाड़ी से गहरे वार थे और वारदात में इस्तेमाल हथियार भी मौके से बरामद हुआ।
जांच के दौरान गवाह अजय उर्फ़ सुनील ने बताया कि एक दिन पहले खाने के खर्च को लेकर तीखी बहस हुई थी। इसी दौरान साजन ने सतीश को थप्पड़ मार दिया था। गुस्से में सतीश ने बदला लेने की धमकी दी थी। अगली सुबह साजन मृत मिला और सतीश फरार हो गया। अजय पिछले 4-5 साल से मृतक और आरोपी के साथ मलकागंज में मोल्डिंग मशीन ऑपरेटर के तौर पर काम कर रहा था।
इस पर रूप नगर थाने में हत्या का केस-FIR नंबर 21/2000, धारा 302 IPC-दर्ज किया गया। 21 अक्टूबर 2000 को सतीश को अदालत ने घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित कर दिया।
लंबित मामलों को दोबारा खोलने की पहल के तहत क्राइम ब्रांच ने तकनीकी निगरानी शुरू की और परिवार के फोन नंबरों की ट्रैकिंग से टीम आरोपी तक पहुंच गई।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सतीश ने स्वीकार किया कि उसने गुस्से में कुल्हाड़ी से कई वार कर साजन सिंह की हत्या की और दिल्ली से भाग निकला। अब उसके खिलाफ कलंदरा दर्ज किया गया है (DD No. 114 दिनांक 8 दिसंबर 2025, सेक्शन 35(1)(d) BNSS) और उसे अदालत में पेश किया गया।