लखनऊ: मेनका सोनी ने इतिहास रच दिया है। संयुक्त राज्य अमेरिका में रेडमंड सिटी काउंसिल के लिए निर्वाचित होने के बाद वह भगवद्गीता पर शपथ लेने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। ANI से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनका पालन-पोषण और आस्था हमेशा से उनके लिए बहुत महत्त्वपूर्ण रहे हैं और शपथ के दौरान गीता पकड़ना उन्हीं मूल्यों का सम्मान करने का एक तरीका था।
उन्होंने बताया कि मैं बचपन से ही आध्यात्मिक रही हूं। मेरे घर में मंदिर है, मैं शाकाहारी हूं… जब मुझे शपथ लेनी थी तो मैं गीता की शिक्षाओं को अपने साथ रखना चाहती थी… मैं वहां एक साई बाबा मंदिर भी गई थी। लखनऊ यात्रा के दौरान ANI से बात करते हुए रेडमंड सिटी काउंसलर ने वॉशिंगटन राज्य में अपने चुनावी सफर को याद किया, जहाँ उन्होंने प्रतिद्वंद्वी जेरली एंडरसन को बड़े अंतर से हराया।
सोनी ने रेडमंड के लिए अपनी प्राथमिकताओं पर बात की इनमें सुलभ आवास, समुदाय को समर्थन तथा सभी निवासियों की सुरक्षा शामिल है। सोनी ने यह भी बताया कि उनके मुख्य लक्ष्यों में से एक रेडमंड में दीवाली को मान्यता दिलाना है और आशा जताई कि अगली तिमाही तक इसे औपचारिक रूप दिया जा सकेगा। उन्होंने विश्वभर में भारत की बढ़ती सांस्कृतिक पहचान पर भी गर्व जताते हुए कहा कि कि यूनेस्को द्वारा दिवाली और लखनऊ के व्यंजनों की मान्यता ने भारत की वैश्विक सांस्कृतिक उपस्थिति को मजबूत किया है। खुद शाकाहारी होने के नाते उन्होंने लखनऊ के शाकाहारी व्यंजनों और चाट से अपने विशेष लगाव का ज़िक्र किया, जिन्हें उन्होंने स्वाद और भावना में बेजोड़ बताया।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके पति एक वेडिंग वेन्यू के मालिक हैं, जहाँ स्वादिष्ट चाट परोसी जाती है। सोनी ने लखनऊ की चिकनकारी की भी सराहना की, यह बताते हुए कि इससे सिएटल में इसे बढ़ावा मिला है। उन्होंने न्यूयॉर्क के मेयर-इलेक्ट ज़ोहरान ममदानी की भी प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने लोगों से जुड़ाव बनाया… आज, ज़ोहरान और मेरे जैसे लोगों को शामिल होना चाहिए क्योंकि भारतीय समुदाय के रूप में हम एक बड़े देश का प्रतिनिधित्व करते हैं।