बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में सुरक्षा चिंताओं के कारण जून में हुई एक दुखद घटना के बाद, जहां 11 लोगों की जान चली गई थी, स्टेडियम को बड़े मैचों की मेजबानी से रोक दिया गया था। इस वजह से, वुमेंस वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल भी बेंगलुरु से छीन लिया गया था। अब, नए केएसए (KSCA) प्रमुख वेंकटेश प्रसाद ने स्टेडियम में फिर से मैच आयोजित कराने का वादा किया है। यह काम आसान नहीं होगा लेकिन कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने आश्वासन दिया है कि सरकार क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्या चिन्नास्वामी में हो पाएंगे मुकाबले ?
डी.के. शिवकुमार ने बताया कि गुरुवार को एक कैबिनेट मीटिंग होगी। इसमें स्टेडियम में भविष्य के मैचों को लेकर चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वेंकटेश प्रसाद को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। शिवकुमार ने कहा, 'हम एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में क्रिकेट मैच रोकने का इरादा नहीं रखते हैं, लेकिन हमें भीड़ नियंत्रण के उपायों पर सोचना होगा। हमें माइकल डी. कुन्हा समिति के सुझावों को भी चरणबद्ध तरीके से शामिल करना होगा। वेंकटेश प्रसाद ने भी इस पर सहमति जताई है। हमारी सरकार राज्य की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाए बिना क्रिकेट और क्रिकेट फैंस के लिए प्रतिबद्ध है।'
उन्होंने आगे कहा, 'केएसए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उनकी टीम आज हमसे मिले और सरकार से सहयोग मांगा। हम बेंगलुरु से आईपीएल मैचों सहित किसी भी मैच को बाहर नहीं जाने देंगे। हमें इस पर मिलकर काम करना होगा। हमारी सरकार नए स्टेडियम बनाने के लिए भी आगे आई है। मैं वेंकटेश प्रसाद और उनकी टीम को शुभकामनाएं देता हूं, जिन्हें जवगल श्रीनाथ और अनिल कुंबले का भी समर्थन प्राप्त है।'
लगातार की जा रही प्लानिंग
वेंकटेश प्रसाद ने हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में स्टेडियम में मैच आयोजित कराने की संभावनाओं पर चर्चा हुई। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने इस मुलाकात को 'अत्यंत सकारात्मक' और 'फलदायी' बताया। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा स्टेडियम में फिर से क्रिकेट के रोमांच को वापस लाने की है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और दर्शकों की सुविधा का ध्यान रखने पर विशेष जोर दिया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी कोई अप्रिय घटना न हो।
यह कदम क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम बेंगलुरु की पहचान का एक अहम हिस्सा रहा है और यहां मैच न होने से शहर के क्रिकेट फैंस निराश थे। केएसए (KSCA) प्रमुख और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से उम्मीद है कि जल्द ही यह स्टेडियम एक बार फिर बड़े क्रिकेट आयोजनों की मेजबानी करेगा। जवगल श्रीनाथ और अनिल कुंबले जैसे दिग्गजों का समर्थन भी इस प्रयास को मजबूती दे रहा है। सरकार नए स्टेडियम बनाने की योजना पर भी काम कर रही है, जो भविष्य में राज्य में क्रिकेट के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।