लखनऊ सुपर जायंट्स ने टीम शुरू होने के बाद से कभी सफलता नहीं पाई है। टीम के कोच, कप्तान और मेंटरशिप में बदलाव करने के बावजूद सफलता हाथ नहीं लगी। इस बार 2026 में सफलता के लिए वे कोई कमी नहीं रखना चाहते। IPL में सबसे ज्यादा मूल्य वाले ऋषभ पंत को सामने रखते हुए वे मुकाबले में उतर रहे हैं। हालांकि कोचिंग स्टाफ में भारी बदलाव किया गया है। इस बार उन्होंने स्पिन बॉलिंग कोच के रूप में इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर कार्ल क्रो को शामिल किया है। वह पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच रह चुके हैं। फ्रेंचाइज़ी की ओर से इसे औपचारिक रूप से घोषणा की गई है।
कोलकाता नाइट राइडर्स हमेशा स्पिन के मामले में सुनील नारिन, वरुण चक्रवर्ती और अनुकूल राय की मौजूदगी वाली स्पिन बॉलिंग लाइनअप मजबूत रही है। पहले सुयश शर्मा KKR से बड़े मंच पर उभरे हैं। इस स्पिन ताकत के पीछे कोच होते हैं। उस कोच को लखनऊ ने चुना।
कार्ल क्रो विश्व क्रिकेट में भी सबसे सफल कोचों में से एक हैं। खासकर टी-20 क्रिकेट में। वह 2024 में KKR के सदस्य थे। उनकी एक खास ताकत यह है कि वह नेट में गेंदबाजों को खराब गेंद डालने के लिए कहते हैं और फिर उन खराब गेंदों से विकेट लेने के लिए कहते हैं। इसी में उन्हें सफलता मिलती है। KKR के अलावा वह बिग बैश लीग, टी-20 ब्लास्ट और ग्लोबल टी-20 कनाडा में भी काम कर चुके हैं।
कार्ल क्रो ने कभी इंग्लैंड टीम के लिए प्रतिनिधित्व नहीं किया लेकिन खिलाड़ी के रूप में घरेलू क्रिकेट में सफल रहे। उन्होंने 50 प्रथम श्रेणी मैच खेले। 40 लिस्ट A और एक टी-20 मैच खेले। सभी फॉर्मैट मिलाकर उन्होंने 880 रन बनाए।
कार्ल क्रो के आने से लखनऊ का कोचिंग टीम पूरा हुआ। टीम में हैं-क्रिकेट निदेशक टॉम मूडी, केन विलियमसन स्ट्रैटेजिक एडवाइज़र, हेड कोच जस्टिन लैंगर, सहायक कोच लांस क्लुजनर और गेंदबाजी कोच भरत अरुण।
लखनऊ सुपर जायंट आगामी मिनी नीलामी में 22.95 करोड़ रुपये के साथ उतरेगी। वे कुल छह खिलाड़ियों के लिए बोली लगाएंगे, जिसमें चार विदेशी होंगे। उन्होंने हाल ही में 10 करोड़ रुपये में मोहम्मद शमी और 30 लाख रुपये में अर्जुन तेंदूलकर को ट्रेड किया।