चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के बीच संजू सैमसन-रवींद्र जडेजा का ट्रेड फाइनल हो गया है, ऐसा दावा क्रिकबज की एक रिपोर्ट में किया गया है। इस समझौते के अनुसार राजस्थान रॉयल्स को मिलेंगे जडेजा और इंग्लैंड के ऑलराउंडर सैम करन और संजू सैमसन सीएसके में शामिल हो रहे हैं। शनिवार को आईपीएल के रिटेंशन की घोषणा से पहले यह अदला-बदली प्रभावी होगी ऐसी उम्मीद की जा रही है। नीलामी से पहले सभी टीमों के अपने रिटेंशन की घोषणा करने के बाद समझौते को आधिकारिक रूप से प्रकाशित किया जाएगा।
यह समझौता काफी समय से चर्चा में था, क्योंकि सीएसके धोनी के बाद के अध्याय की तैयारी कर रही थी। संजू सैमसन 2021 से राजस्थान रॉयल्स के कप्तान हैं और उसी साल उन्होंने टीम को फाइनल तक पहुंचाया था। दूसरी ओर जडेजा 2012 से सीएसके के नियमित सदस्य हैं और फ्रेंचाइजी के लिए तीन आईपीएल खिताब जीते हैं लेकिन समझौता बीच में अटक गया था क्योंकि करन को भी रॉयल्स में भेजा जा रहा था, इधर आरआर के विदेशी खिलाड़ी का स्लॉट खाली नहीं था लेकिन अब पता चला है कि बीसीसीआई ने इस ट्रेड को मंजूरी दे दी है।
क्रिकबज की रिपोर्ट में कहा गया है कि कई लोग मान रहे हैं कि जडेजा और करन को टीम में पाकर राजस्थान रॉयल्स को ही फायदा हुआ है। जडेजा और सैमसन की फीस समान होने पर भी करन को 2.4 करोड़ रुपये में पा रही है रॉयल्स। एक आईपीएल फ्रेंचाइजी के सीईओ ने आश्चर्य जताया है कि जडेजा जैसे कुशल खिलाड़ी को सीएसके ने इतनी आसानी से छोड़ दिया।
उस सीईओ ने सवाल उठाया है कि धोनी की सेवानिवृत्ति के बाद चेन्नई आधारित फ्रेंचाइजी के प्रवक्ता कौन होंगे, क्योंकि जडेजा सीएसके समर्थकों के प्रिय थे। उन्होंने टिप्पणी की कि यह वाकई आश्चर्यजनक है कि सीएसके ने स्टार परफॉर्मर को इतनी आसानी से छोड़ दिया। एमएस धोनी सेवानिवृत्ति के कगार पर हैं, तो सीएसके का चेहरा कौन ? एमएस के बाद हमेशा जडेजा ही थे। एमएस के खत्म होने पर क्या टीम का कोई प्रतिनिधि चेहरा होगा ?'
चेन्नई सुपर किंग्स बड़े बदलाव की राह पर है। डेवन कॉनवे ने पहले ही बताया है कि उन्हें फ्रेंचाइजी से छुट्टी मिल गई है। इसके अलावा चेन्नई दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी और जेमी ओवरटन को भी रिटेंशन से पहले टीम से बाहर करने जा रही है।