डूरंड कप में अच्छा खेल दिखाने के बावजूद ईस्ट बंगाल को ट्रॉफी हाथ से निकलते देखना पड़ा था। सेमीफाइनल में डायमंड हार्बर एफसी के खिलाफ हार के बाद टीम के लिए वापसी का रास्ता केवल सुपर कप ही था और इस दिशा में वे एक और मजबूत कदम बढ़ा चुके हैं। पंजाब एफसी को 3-1 से हराकर ईस्ट बंगाल एक बार फिर सुपर कप के फाइनल में पहुंच गया।
गोवा के फतोर्दा स्टेडियम में 4 दिसंबर, गुरुवार को खेले गए इस मुकाबले में ईस्ट बंगाल की ओर से मोहम्मद राशिद, केविन सिबिले और सोल क्रेस्पो ने गोल किए। फाइनल में उनका प्रतिद्वंद्वी एफसी गोवा और मुंबई सिटी एफसी के बीच दूसरे सेमीफाइनल के बाद तय होगा।
कोच ऑस्कर ब्रूजो को लाल कार्ड, फाइनल में डगआउट में नहीं रह पाएंगे
हालांकि ईस्ट बंगाल फाइनल में पहुंच गया है लेकिन टीम के लिए चिंता की बात यह है कि मैच के दौरान रेफरी से बहस करने पर कोच ऑस्कर ब्रूजो को लाल कार्ड दिखाया गया। इसके कारण वे फाइनल में डगआउट में मौजूद नहीं रह सकेंगे।
पूरा दमखम लेकर उतरी ईस्ट बंगाल
ऑस्कर ब्रूजो ने इस मैच में अपनी पूरी स्ट्रेंथ उतारी और पहले XI में पांचों विदेशी खिलाड़ियों को शामिल किया। शुरुआत कुछ लंबी गेंदों के कारण बिखरी-बिखरी थी लेकिन खेल का नियंत्रण ज्यादातर समय ईस्ट बंगाल के पास रहा।
कॉर्नर को पंजाब भले ही क्लियर कर चुका था लेकिन गेंद राशिद के पास पहुंची जो बॉक्स के बाहर थे। वहां से उनकी निचली और समझदार शॉट ने सभी खिलाड़ियों को चौंका दिया और गेंद सीधा नेट में जा पहुंची।
पेनाल्टी से Punjab की बराबरी
33वें मिनट में पंजाब एफसी को पेनाल्टी मिली। बॉक्स में बिपिन सिंह के हाथ से गेंद लगने पर दिए गए पेनाल्टी को डैनियल रामिरेज़ ने गोल में बदलकर स्कोर 1–1 कर दिया। हालांकि यह खुशी ज्यादा देर नहीं टिक सकी। हाफ टाइम के ठीक पहले केविन सिबिले ने कॉर्नर से आए क्रॉस पर हैडर गोल करके ईस्ट बंगाल को फिर 2–1 की बढ़त दे दी।
दूसरे हाफ में ईस्ट बंगाल का दबदबा, क्रेस्पो ने की जीत पक्की
दूसरे हाफ में पंजाब एफसी संघर्ष करता नजर आया लेकिन ईस्ट बंगाल ने मैच पर पूरी पकड़ बनाए रखी। 71वें मिनट में सोल क्रेस्पो ने मिगुएल से मिले पास को लंबी दूरी से शॉट लगाकर तीसरा गोल दागा।
स्कोर 3–1 रहा, लेकिन यह 4–1 भी हो सकता था-56वें मिनट में हेडर पोस्ट से टकरा गया।
2024 में जीता था सुपर कप, अब फिर खिताब से एक कदम दूर
ईस्ट बंगाल ने 2024 में सुपर कप फाइनल जीतकर खिताब अपने नाम किया था। अब वे एक बार फिर फाइनल में पहुंच गए हैं और अगर यह एक मैच भी जीत लेते हैं तो उन्हें ACL-2 खेलने का मौका मिलेगा।