भारतीय फुटबॉल की अड़चन को दूर करने के लिए इस बार केंद्रीय खेल मंत्रालय ने बैठक करने का फैसला लिया।
भारतीय फुटबाल का भविष्य अभी भी अनिश्चित है। अगले सीजन में ISL और I-लीग होंगे या नहीं, इसको लेकर अभी भी अटकलें लगाई जा रही हैं। भारतीय फुटबॉल महासंघ खुद कोई समाधान नहीं निकाल पाया है। अब केंद्रीय खेल मंत्रालय ने पहल की है। 3 दिसंबर यानी बुधवार को इस मुद्दे पर बैठक होने वाली है। सूत्रों के अनुसार, यह बैठक बुधवार दोपहर शुरू होगी। इसमें महासंघ के अधिकारियों के अलावा ISL और I-लीग के क्लबों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। केंद्रीय खेल मंत्रालय चरणबद्ध तरीके से उनके साथ मीटिंग करेगा।
खेल मंत्रालय की ओर से पहले ही क्लबों को इस बारे में पत्र भेजकर सूचित किया गया है। बैठक का एक कार्यक्रम भी सार्वजनिक किया गया है। वहां बताया गया है कि दोपहर 1:30 बजे ISL के क्लबों के साथ संघ बैठक करेगा। 2:15 बजे से I लीग और निचले डिवीजन के क्लबों के साथ बैठक होगी। इस चरण के बाद 3 बजे से FSDL के साथ बैठक होगी।
मीटिंग में अन्य बोलीदाता भी शामिल होंगे। उनके साथ मीटिंग दोपहर साढ़े 3 बजे से शुरू होगी। इस बैठक में ISL के प्रसारण और आगामी सीजन में लीग शुरू होने की तारीखों पर भी चर्चा होगी। इसलिए शाम 4 बजे से ब्रॉडकास्टर और OTT प्लेटफॉर्म के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक होगी। और अंत में, शाम साढ़े 4 बजे से विभिन्न विभागों के सभी प्रतिनिधियों को एक साथ करके चर्चा होगी।
पहले ही केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया से ISL के क्लबों ने लीग की जटिलताओं को सुलझाने की अपील की थी। इसके बाद केंद्रीय खेल मंत्रालय की ओर से ISL को लेकर देश के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने आस्ट्रेलियाई संदेश दिए थे। इसलिए यह बैठक केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, वे 8 दिसंबर तक ISL की शुरुआत के संबंध में तीन विकल्प सुप्रीम कोर्ट को तुषार मेहता के माध्यम से बताएंगे। वहां से किसी भी एक विकल्प को चुनने की जिम्मेदारी AIFF की होगी।