संदीप का आरोप है कि ब्रूज़ो ने खिलाड़ियों के सामने उनका बेहद अपमान किया। इसी कारण उन्होंने इस्तीफे के बाद कोलकाता वापस लौटने का निर्णय लिया।
सुपर कप खेलने के लिए गोवा जाने को लेकर ईस्ट बंगाल के हेड कोच ऑस्कर ब्रुज़ो और गोलकीपर कोच संदीप नंदी बड़ी परेशानी में पड़ गए। संदीप का आरोप है कि ब्रुज़ो ने खिलाड़ियों के सामने उन्हें बुरा भला कहा। जिसके कारण संदीप तुरंत ही इस्तीफा दे देते हैं और हवाई अड्डे से ही कोलकाता लौटने का फैसला करते हैं। इस दौरान जब ऑनलाइन माध्यम से संदीप से संपर्क किया गया, तो उन्होंने लगातार अपना क्रोध व्यक्त किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, 'मैं सम्मान खोकर काम करने के लिए तैयार नहीं हूँ।'
कोलकाता लौटने से पहले गोवा एयरपोर्ट पर संदीप ने चेक-इन करने के बाद कहा, 'इतना खराब अनुभव मेरे साथ कभी नहीं हुआ। दो दिन पुरानी घटना को खींच-खींच कर किस प्रकार अपमानित किया गया। गोवा एयरपोर्ट पर उतरने के बाद मैंने कोच को सुप्रभात कहा, तब उन्होंने अचानक मुझे सबके सामने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पूरी टीम सामने थी। उस समय खिलाड़ी भी सभी थे। शील्ड के फाइनल में हार की जिम्मेदारी मैंने ली। इसके लिए मैंने कोच को भी बता दिया लेकिन अचानक सबके सामने मुझे जो कुछ भी कहा गया उसके बाद ब्रूज़ो कहते हैं, तुम अब कोई निर्णय नहीं लोगे। इसके बाद मैंने तय कर लिया कि अब नहीं। तुरंत ही कोलकाता लौटने का निर्णय लिया। मैं होटल भी नहीं गया, कुछ खाने-पीने का इंतजाम भी नहीं किया गया। इस तरह सम्मान खोया नहीं जा सकता।'
संदीप यहीं नहीं रुके। वे गुस्से में, अपमानित और दुखी होकर उस समय फूँक रहे थे। उन्होंने कहा, ‘चाहे वह कितने भी बड़े कोच क्यों न हों, इस तरह किसी का अपमान नहीं कर सकते। फ़र्ग्यूसन भी अगर ऐसा अपमान करते, तो मैं उनके साथ काम नहीं करता। क्या किसी कोच से कोई गलती नहीं होती ? पेप गार्डियोला भी तो गलतियां करते हैं। ब्रुज़ो भी क्या गलतियां नहीं करते? मैंने कोच से स्पष्ट कहा, आपने कभी कोई गलती नहीं की? मेरा काम उन्हें सलाह देना है, फैसला तो कोच का होगा। अगर देवजीत पहले ही एक सेफ कर देते, तो कहानी कुछ और होती। मुझे कहा जा रहा है, तुम्हारी कोई योग्यता नहीं है। इस तरह मुझे अपमान करने की हिम्मत कैसे हो सकती है?’
संदीप की हर बात से पता चल रहा था कि उन्हें कितना अपमान महसूस हुआ। आशियान कप विजेता गोल कीपर कह रहे थे, 'ऐसे बड़े कोच हैं, फिर भी भारत छोड़कर उन्होंने बांग्लादेश में कोचिंग की और फिर भारत लौट आए। इसके अलावा उन्होंने कहीं और कोचिंग की है? मैं उनके बारे में और कुछ नहीं कहना चाहता, IFA शील्ड में हार की जिम्मेदारी अपने सिर लेते हुए मैं ईस्ट बंगाल के गोल कीपर कोच के पद से हट गया। इसके बाद निश्चित रूप से ईस्ट बंगाल सफलता प्राप्त करेगा?' इस विषय में ब्रुज़ो की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।