मोरक्कोः अफ्रीका कप ऑफ नेशन्स में मोजाम्बिक ने गैबन को 3–2 गोल से पराजित किया। विश्व मानचित्र पर मोजाम्बिक का नाम भले ही मौजूद हो, लेकिन फुटबॉल के मंच पर वह बहुत अधिक जाना-पहचाना नहीं है। कट्टर फुटबॉल प्रशंसकों को भी मोजाम्बिक और फुटबॉल को एक साथ जोड़ने में सोचना पड़ता है। इस बार गैबन को हराकर उसने इतिहास रच दिया। 39 साल के इतिहास में पहली बार अफ्रीका कप ऑफ नेशन्स में मोजाम्बिक को जीत नसीब हुई।
मोजाम्बिक ने 1986 में अफ्रीका कप ऑफ नेशन्स में पदार्पण किया था। तब से अब तक उसने चार मैच ड्रॉ किए थे और 12 मैच हारे थे। उस रिकॉर्ड के बीच यह जीत स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई। इस मैच में मोजाम्बिक के लिए गोल फैसल बंगाल, गेनी काटामो और दियोगो कालिला ने किए। भले ही मोजाम्बिक ने यह मुकाबला 3–2 से जीता लेकिन उनके लिए यह लड़ाई आसान नहीं थी। पहले हाफ में मोजाम्बिक 2–1 से आगे था और अंत तक उसी बढ़त को बनाए रखने में सफल रहा।
विश्व फुटबॉल रैंकिंग में मोजाम्बिक, गैबन से 24 स्थान नीचे है। मैच में मोजाम्बिक ने 37वें मिनट में पहला गोल किया। बंगाल, जो क्लब फुटबॉल में इटली की चौथी डिवीजन की एक टीम के लिए खेलते हैं, ने गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिलाई। इसके पाँच मिनट बाद मोजाम्बिक ने बढ़त दोगुनी कर दी। 42वें मिनट में गेनी काटामो ने पेनल्टी से गोल किया। पहले हाफ के अतिरिक्त समय में गैबन ने एक गोल जरूर किया, लेकिन दबदबा मोजाम्बिक का ही रहा।
दूसरे हाफ की शुरुआत में दियोगो कालिला ने गोल कर स्कोर 3–1 कर दिया। अंत में 76वें मिनट में एलेक्स ने गैबन के लिए गोल किया। एक समय ऐसा लगा कि गैबन बराबरी की ओर बढ़ सकता है। उसने लगातार हमले किए लेकिन मोजाम्बिक की मजबूत रक्षा के सामने वे नाकाम रहे। पूरे मैच में गैबन ने गोल की दिशा में कुल 10 शॉट लगाए, जबकि मोजाम्बिक के शॉट केवल पाँच थे। गोल पर शॉट, गेंद पर कब्जा हर मामले में गैबन आगे था लेकिन वे अपने मौकों को गोल में बदल नहीं सके।
इस जीत के साथ ग्रुप F में मोजाम्बिक तीसरे और गैबन चौथे स्थान पर रहा। शीर्ष दो स्थानों पर क्रमशः आइवरी कोस्ट और कैमरून हैं। दोनों टीमों के चार-चार अंक हैं।