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विजय हज़ारे में लगातार दो मैचों में सेंचुरी लगाने वाले पडिक्कल, RCB में उत्साह की लहर

झारखंड के खिलाफ 118 गेंदों में तूफ़ानी 147 रन बनाकर उन्होंने ध्यान खींचा और उसके बाद केरल के खिलाफ फिर से शतक।

By तानिया राय, Posted by: लखन भारती

Dec 26, 2025 19:31 IST

‘सो जाओ, मैदान में उतर जाओ, और शतकीय स्कोर बनाओ...’—देवदत्त पडिक्कल के जीवन का मंत्र शायद अब यही है। लिस्ट-ए क्रिकेट में वह गेंदबाजों के साथ बिल्कुल खेलने का मज़ा ले रहे हैं। हर बार बल्ला लेकर मैदान में उतरते ही ऐसा लगता है जैसे वे एक नया महाकाव्य रच देते हैं। झारखंड के खिलाफ 118 गेंदों में तूफ़ानी 147 रन की पारी खेलकर उन्होंने ध्यान आकर्षित किया और इसके बाद केरल के खिलाफ फिर से शतक—116 गेंदों में शतक पूरा किया। वह 124 रन पर रुक गए। पारी में उन्होंने 12 चौके और 3 छक्के मारे, जिसने विरोधियों को सांस लेने का भी मौका नहीं दिया।

विजय हजारे ट्रॉफी के लगातार दो मैचों में दो शतक, पडिक्कल का बैट जैसे आग में झुलस रहा हो। यह बायाँ हाथ वाला प्रतिभाशाली बल्लेबाज साबित कर रहा है कि निरंतरता और प्रतिभा के मिश्रण से वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य में सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक हैं।

पडिक्कल का सेंचुरी बनाने की आदत

यह पहली बार नहीं है कि देवदत्त पडिक्कल इतने अच्छे फॉर्म में हैं। बांए हाथ के इस बल्लेबाज को लिस्ट-‘ए’ क्रिकेट में भारत का बेहतरीन खिलाड़ी माना जाता है। मात्र 34 इनिंग्स खेलकर उन्होंने 11 सेंचुरी और 12 अर्धशतकीय अंतराल बनाए हैं। यानी लगभग हर मैच में वह सेंचुरी या हाफसेंचुरी बना रहे हैं। उनके लिस्ट 'ए' का औसत अविश्वसनीय है—34 इनिंग्स में 82 से अधिक के औसत से 2342 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट भी 92 से अधिक है। आश्चर्य की बात है कि इतने शानदार आंकड़ों के बावजूद उन्हें अभी तक भारत की वनडे टीम में मौका नहीं मिला है।

पडिक्कल ने खेला टेस्ट और टी-20

भारत ने अब तक उन्हें दो टेस्ट और दो टी-20 मैचों में मौका दिया है। टेस्ट में उन्होंने 30 के औसत से 90 रन बनाए हैं, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है। टी-20 में उनका संग्रह 19 के औसत से 38 रन है। यह काफी स्पष्ट है कि पडिक्कल को अभी पूरी तरह मौका नहीं मिला है। उनकी प्रतिभा देखकर यह समझा जा सकता है कि उन्हें लंबे समय तक मौका देना जरूरी है। अब देखना यह है कि भारतीय चयनकर्ता कब उनकी तरफ ध्यान देंगे।

2025 में पडिक्कल का जलवा

देवदत्त पडिक्कल के लिए साल 2025 खास रहा। विजय हजारे ट्रॉफी के पिछले सीज़न में वह क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे। कर्नाटका के महाराजा ट्रॉफी में उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाए। IPL में भी उन्होंने 257 रन बनाए। सैयद मुस्तक अली ट्रॉफी में उनका स्कोर 309 रन रहा। और अब विजय हजारे ट्रॉफी में पडिक्कल फिर से अपना जलवा दिखाने लगे हैं और टीम के स्टार खिलाड़ी का ऐसा प्रदर्शन देखकर RCB राहत की सांस ले रहा है। 2026 के IPL में पडिक्कल का यह फॉर्म रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु का फायदा उठाना चाहती है।

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