नई दिल्ली: विजय हजारे ट्रॉफी के बीच बिहार के 14 साल के विस्फोटक बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी को देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया। वैभव सूर्यवंशी 24 दिसंबर को बिहार के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 190 रनों की तूफानी पारी खेली थी। इसके बाद उन्हें 26 दिसंबर को मणिपुर के खिलाफ मैच खेलना था, लेकिन वैभव को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह के लिए राजधानी नई दिल्ली आना पड़ा। ऐसे में अब वह विजय हजारे ट्रॉफी में बिहार के लिए बचे हुए मैचों में भी नहीं खेल पाएंगे, क्योंकि उन्हें 30 दिसंबर को भारत के अंडर-19 टीम के साथ जुड़ना और फिर उसके बाद वे वनडे सीरीज के लिए साउथ अफ्रीका रवाना होंगे।
बता दें कि राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार को पाने वाले बच्चे की उम्र 5 से 18 साल के बीच होनी चाहिए। राष्ट्रीय बाल पुरस्कार को श्रेणियों में दिया जाता है, जिसमें ब्रेवरी, कला और संस्कृति, नई खोज, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल और पर्यावरण से जुड़े कार्यों के लिए दिया जाता है।
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले बच्चों को राष्ट्रपति की तरफ से 1 मेडल के साथ प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इसके अलावा विजेताओं को 1 लाख रुपए का नकद पुरस्कार भी मिलता है। मेडल और प्रशस्ति पत्र अलावा बच्चों को गणतंत्र दिवस परेड में भी शामिल होने का मौका मिलता है। हालांकि, वैभव सूर्यवंशी उस समय देश में नहीं रहेंग। वैभव को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के बाद 15 जनवरी से शुरू हो रहे अंडर-19 विश्व कप में भी हिस्सा लेना है।
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बता दें कि वैभव सूर्यवंशी ने 14 साल की उम्र में जिस तरह की असाधारण प्रतिभा के साथ अपनी काबिलियत को साबित किया है वह कमाल है। वैभव ने घरेलू क्रिकेट के अलावा अंडर-19 क्रिकेट में भारत के लिए दुनिया भर में लोहा मनवाया। वहीं आईपीएल 2025 में वैभव ने राजस्थान रॉयल्स के लिए तूफानी अंदाज में शतक जड़कर पूरी दुनिया में सनसनी मचा दी थी। वैभव के आक्रमक खेल को देखते हुए उन्हें भारत का अगला सुपरस्टार क्रिकेटर कहा जा रहा है।