गुवाहाटी : असम पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) जुबीन गर्ग मौत मामले से जुड़े प्रकरण में अदालत के सामने चार्जशीट दायर करने के लिए लगभग चार्जशीट है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा कि SIT 12 दिसम्बर तक चार्जशीट जमा कर देगी। उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया है कि उनके पास लगभग 3,500 दस्तावेज़ हैं। उन्होंने इसे अंतिम रूप देने के लिए कल एडवोकेट जनरल के साथ बैठक की। 18 दिसम्बर अंतिम तारीख है और वे 6 से 12 दिसम्बर के बीच चार्जशीट दायर करेंगे। हमें 18 दिसम्बर से पहले चार्जशीट दायर करनी होगी, नहीं तो वर्तमान में जो लोग जेल में हैं, उन्हें जमानत मिल जाएगी। मैंने SIT से कहा कि 18 दिसम्बर तक इंतज़ार मत करो, इससे पहले ही दाख़िल कर दो।
मालूम हो कि असम पुलिस की SIT/CID अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें मुख्य कार्यक्रम आयोजक श्यामकानु महंता, जुबीन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, संदीपन गर्ग, बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी, सह-गायिका अमृतप्रभा महंता, तथा जुबीन के PSO नंदेश्वर बोरा और पारेश बैश्य शामिल हैं। इससे पहले, बुधवार को असम कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने दिवंगत संगीतकार जुबीन गर्ग को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यह मांग उठाते हुए जयराम लोकसभा सीट से सांसद और लोकसभा में उप-नेता विपक्ष गोगोई ने कहा कि जुबीन गर्ग एक महान कलाकार, पर्यावरणविद् और वन्यजीव प्रेमी, गहन विद्वान और मानवतावादी थे। 90 के दशक में महान कलाकार जुबीन गर्ग ने अपने गीतों और संगीत के माध्यम से असम के सभी लोगों में ऊर्जा का संचार किया। बाद की अवधि में, जुबीन गर्ग ने असम और उसके लोगों को नैतिक साहस दिया और असमिया समुदाय की रीढ़ बन गए। गोगोई ने संसद में यह भी मांग की कि असम के इस प्रिय कलाकार को न्याय मिलना चाहिए।जुबीन को विदेश मंत्रालय और सिंगापुर के हाई कमीशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था और उन्होंने उसमें भाग भी लिया। वहीं उनकी रहस्यमयी मृत्यु हुई। असम के इस लोकप्रिय गायक का निधन 19 सितम्बर को सिंगापुर में हुआ था।