राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रात्रिभोज के बाद रूस के लिए निकले पुतिन, प्लेन के अंदर जाने से पहले किया बाय

By देवदीप चक्रवर्ती, Posted by: लखन भारती

Dec 06, 2025 01:06 IST

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दो साल छोटे हैं। उम्र 73 साल है लेकिन उनकी फिटनेस देखकर ऐसा नहीं लगता। लंबे कद और मांसल शरीर वाले हैं पुतिन। अभी भी नियमित रूप से व्यायाम और तैराकी करते हैं दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक व्लादिमीर पुतिन। स्वाभाविक रूप से, उनका दैनिक भोजन मेनू डाइट चार्ट के अनुसार होता है। शुक्रवार की रात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रात्रिभोज में वे आमंत्रित थे।

उनके प्लेट में क्या परोसा गया ?

सूत्रों के अनुसार, इस दिन पूरी तरह से शाकाहारी भोजन सभा का आयोजन किया गया था। संस्कृति, भाषा, राजनीति की तरह भारत का खाना भी विविधतापूर्ण है। इसे ध्यान में रखकर राष्ट्रपति भवन की मेन्यू तैयार की गई थी।

स्टार्टर में हल्का गर्म मुरुंगलेई चारू सूप था। इसके साथ गुच्ची डुन चेटिन (एक प्रकार की चटनी), काले चाने के शिकम्पुरी, वेजिटेबल झोल मोमो थे।

शुक्रवार का पूरा दिन कूटनीतिक हलचल, राजकीय सम्मान और उच्च स्तरीय बैठकों से भरा रहा। गुरुवार रात पीएम आवास पर निजी डिनर से शुरुआत हुई इस यात्रा ने आज कई बड़े फैसलों और संकेतों के साथ भारत-रूस साझेदारी को नई दिशा दी है। सुबह राष्ट्रपति भवन में पुतिन को 21 तोपों की सलामी, तीनों सेनाओं की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी के साथ भव्य सेरेमोनियल वेलकम दिया गया। इसके बाद पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और फिर सीधे हैदराबाद हाउस पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक शुरू की।

करीब दो घंटे चली इस बैठक में रक्षा, ऊर्जा, व्यापार, शिपिंग, कनेक्टिविटी, खाद-रसायन सहयोग और शांति प्रयासों पर गहन चर्चा हुई। पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन संकट शुरू होने के बाद भारत-रूस लगातार संपर्क में रहे हैं और भारत शांति के पक्ष में है। उन्होंने घोषणा की कि रूस के नागरिकों को जल्द ही 30 दिन का फ्री वीजा मिलेगा, जिससे लोग-से-लोग संबंध और मजबूत होंगे। प्रधानमंत्री ने बताया कि दोनों देशों ने 2030 के लिए व्यापक आर्थिक सहयोग कार्यक्रम पर सहमति बनाई है और शिप बिल्डिंग, यूरिया उत्पादन, ऊर्जा सुरक्षा, फर्टिलाइजर सेक्टर तथा अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में बड़े अवसर खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत-रूस संबंध ‘ध्रुव तारे की तरह स्थिर और समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं।’

वहीं प्रेस ब्रीफिंग में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि भारत-रूस संबंध भरोसे और सम्मान पर टिके हैं और दोनों देश 2030 तक 100 अरब डॉलर व्यापार लक्ष्य प्राप्त करेंगे। उन्होंने यूक्रेन मुद्दे पर शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन किया और कहा कि इस प्रक्रिया में अमेरिका भी शामिल है। पुतिन ने पीएम मोदी के आतिथ्य की सराहना करते हुए कहा, ‘आपके घर का भोजन बहुत अच्छा था।’ रूस ने न्यूक्लियर ऊर्जा, प्राकृतिक गैस, शिपिंग, रक्षा आधुनिकीकरण और मेक इन इंडिया परियोजनाओं में सहयोग जारी रखने की पुष्टि की। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि भारत-रूस साझेदारी एक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को मजबूत करेगी।

इन समझौतों पर बनी सहमति

कुल छह बड़े समझौतों पर हस्ताक्षर हुए- मैनपावर मोबिलिटी, स्वास्थ्य क्षेत्र के दो समझौते, शिपिंग के दो समझौते और फर्टिलाइज़र–केमिकल सेक्टर का एक करार। साथ ही एक विस्तृत साझा बयान भी अपनाया गया, जिसमें भविष्य की दिशा तय की गई है। पूरे दिन के कार्यक्रमों ने साफ कर दिया कि वैश्विक तनावों और पश्चिमी दबावों के बावजूद भारत–रूस साझेदारी नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रही है, और यह यात्रा आने वाले दशक की कूटनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगी।

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रूस के साथ वित्तीय साझेदारी करने जा रहा है भारत, 2030 तक विशेष कार्यक्रम में शामिल होने की मोदी की घोषणा

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