नई दिल्ली : गोवा पुलिस ने थाईलैंड से डिपोर्ट किए जाने के बाद मंगलवार को नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के इमिग्रेशन कंट्रोल से लूथरा भाइयों गौरव और सौरभ को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। भाइयों की हिरासत लेने के लिए गोवा पुलिस की एक टीम हवाई अड्डे पर मौजूद थी। ये दोनों भाई गोवा के नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ के मालिक हैं, जहां 6 दिसंबर को लगी आग में 25 लोगों की मौत हो गई थी। आग लगने के अगले दिन सुबह दोनों भाई फुकेत भाग गए थे। इसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया और आज सुबह भारत डिपोर्ट कर दिया गया।
दोनों अभियुक्तों को राष्ट्रीय राजधानी में पटियाला हाउस कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा, जिसके बाद गोवा पुलिस उन्हें गोवा ले जाएगी। ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब के मालिक इन भाइयों को थाई पुलिस ने फुकेत के एक रिसॉर्ट से हिरासत में लिया था। भारत द्वारा उनके पासपोर्ट निलंबित करने और थाई अधिकारियों से उन्हें डिपोर्ट करने का अनुरोध किए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई। भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों की एक टीम ने उनकी वापसी की औपचारिकताओं का समन्वय किया। मंगलवार सुबह दोनों भाइयों को औपचारिक रूप से भारत डिपोर्ट किया गया। भारत और थाईलैंड के बीच प्रत्यर्पण संधि 2015 से लागू है। थाई अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग के तहत पूरी विधिक प्रक्रिया का पालन किया गया, जिसके परिणामस्वरूप भाइयों को शीघ्र और कानूनी रूप से सौंपा गया।
गोवा पुलिस ने 7 दिसंबर को उत्तर गोवा के अरपोरा-अंजुना पुलिस स्टेशन में आपराधिक मामला दर्ज किया था। एफआईआर के अनुसार, 6 दिसंबर को गौरव और सौरभ लूथरा ने अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ रेस्तरां में बिना उचित सावधानियां बरते तथा अग्नि सुरक्षा उपकरण और अन्य सुरक्षा उपाय उपलब्ध कराए बिना एक फायर शो आयोजित किया था। इस फायर शो के कारण आग भड़क उठी, जिसमें पर्यटकों और स्टाफ सहित 25 निर्दोष लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। लूथरा भाइयों को यह जानकारी होने के बावजूद कि रेस्तरां में आपात स्थिति में निकासी के लिए ग्राउंड या डेक फ्लोर पर आपातकालीन निकास द्वार नहीं हैं, उन्होंने फायर शो का आयोजन किया।